जालंधर, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (ग्रामीण विकास) बुद्धिराज सिंह ने जिले में फसल अवशेष जलाने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की।
संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने फसल अवशेष जलाने के मामलों को रोकने के लिए संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि फसल अवशेष जलाने के दुष्परिणामों के बारे में धार्मिक स्थलों के साथ-साथ प्रचार वैन, सोशल मीडिया, वॉल पेंटिंग, जागरूकता कैम्प से अधिक से अधिक जागरूकता फैलाई जाए। उन्होंने जागरूकता अभियान में स्कूलों के विद्यार्थियों को भी शामिल करने को कहा, ताकि घर-घर तक संदेश पहुंचाया जा सके।
अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने ‘हॉट स्पॉट’ गांवों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। उन्होंने फसल अवशेषों के उचित प्रबंधन के लिए अधिक से अधिक किसानों को जागरूक करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए किसानों को जानकारी के अलावा मशीनरी उपलब्ध कराने में भी पूरा सहयोग दिया जाए।बैठक के दौरान कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, बागवानी, पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।