जालंधर, डिविजनल कमिश्नर प्रदीप सभरवाल ने आज युवाओं को भारतीय शास्त्रीय संगीत की विरासत को संभालने का न्योता दिया ।
पंडित सुरिंदर कुमार दत्ता म्यूजिकल सर्कल द्वारा भारत रत्न सितार वादक स्वर्गीय पंडित रविशंकर जी की याद में आयोजित एक संगीत समागम में बोलते हुए, श्री सभरवाल ने पारंपरिक संगीत को संभालने के महत्व पर जोर दिया। पंडित सुरिंदर कुमार दत्ता और तिलक राज द्वार अपने गुरु के सम्मान में प्रत्येक वर्ष इस कार्यक्रम को आयोजित करने के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यह आयोजन शास्त्रीय संगीत की परंपरा को जीवित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
श्री सभरवाल ने युवा पीढ़ी को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से अवगत करवाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने आयोजकों को भारतीय शास्त्रीय संगीत को समर्पित और अधिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित किया और इस नेक काम में पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।
इस कार्यक्रम में देशभर के जाने-माने कलाकारों ने मशहूर सितार वादक को संगीतमय श्रद्धांजलि दी। कोलकाता से पंडित कौशल दास जी, पुणे से यशवती सिरपोतदार, ओजस अधिया, मुंबई से सिद्धेश बिचोलकर और जालंधर से डा.प्रतिभा शर्मा और सुरजीत सिंह के प्रदर्शन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया एवं सब ने खूब प्रशंसा की ।
इससे पहले डिविजनल कमिश्नर प्रदीप सभरवाल और पुडुचेरी के पूर्व उपराज्यपाल इकबाल सिंह ने भारतीय शास्त्रीय संगीत के उस्ताद को श्रद्धांजलि देते हुए दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने देश के विभिन्न स्थानों से कार्यक्रम में भाग लेने वाले कलाकारों को सम्मानित भी किया।