जालंधर,(विशाल)- सरकार की तरफ से कोविड -19 से बचाव के लिए जारी आदेशों का उल्लंघन करने वालों के साथ सख्ती करते हुए आज पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सांझे तौर पर ज़िले भर में लगाए गए। 16 स्पैशल नाकों पर बड़ी संख्या में कोविड -19 का टैस्ट करवाने के इलावा जुर्माना भी किए गए। इस बारे में जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर जालंधर घनश्याम थोरी ने बताया कि यह अभियान चलाने का मुख्य मंतव्य जो लोग कोविड प्रोटोकाल जैसे कि मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाए रखना और जनतक स्थानों पर थूकना आदि की पालना करने संबंधी लापरवाही दिखाते है उनके अंदर ज़िम्मेदारी की भावना पैदा करना है। उन्होनें कहा कि समूह उप मंडल मैजिस्ट्रेटों को आदेश दिए गए कि वह निजी तौर पर इन स्पैशल नाकों की निगरानी करे और यह यकीनी बनाए कि नियमों का उल्लंघन करने वालों को जुर्माने के साथ उनके कोविड -19 टैस्ट किये जाएँ। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि यह नाके रेरू बाइपास, मकसूदां चौक (नज़दीक सब्ज़ी मंडी) नंगल शामा, बी.एस.एफ.चौक, नज़दीक जालंधर हाइट्स, कंग साबु नाका, लित्तरां, बी.एस.एन.एल टावर महतपुर, पुलिस स्टेशन महतपुर, सेवा केंद्र महतपुर, उग्गी नाका / सरकारी अस्पताल, टी -प्वाईंट लोहियाँ ख़ास, रेलवे ओवर ब्रिज शाहकोट, सलैचां चौक शाहकोट, सतलुज ब्रिज और नज़दीक सिविल अस्पताल फिल्लौर में लगाए गए थे। उन्होनें बताया कि इन नाकों पर स्वास्थ्य टीमें कोविड -19 टेस्टिंग किटों के साथ मौजूद थी, जिन्होंने मास्क नहीं पहना था उनके कोविड -19 टैस्ट किये गए। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि यह हमारी नैतिक ज़िम्मेदारी बनती है कि वायरस से बचाव के लिए सुरक्षा मापदण्डों को पूरी सख़्ती के साथ अपनाया जाये। उन्होनें बताया कि कोविड आदेशों की पालना में किसी भी तरह की लापरवाही को बिल्कुल सहन नहीं किया जायेगा और ऐसा करने पर सख्त कार्यवाही की जायेगी। इसी तरह लैवल -2 और लैवल -3 कोविड केयर सैंटरों में प्राईवेट प्लांट से अपेक्षित मात्रा में आक्सीजन स्पलाई को यकीनी बनाने के लिए डिप्टी कमिश्नर की तरफ से नोडल अधिकारी भी नियुक्त किये गए। सहायक कमिश्नर हरदीप सिंह और डिप्टी मैडीकल कमिश्नर डा.जोती शर्मा आक्सीजन स्पलाई सम्बन्धित यदि कोई समस्या पेश आती है तो निपटारे के लिए नोडल अधिकारी होंगे। उन्होनें सभी 19 प्राईवेट कोविड केयर सैंटरों और आक्सीजन प्लांट के बीच बढिया तालमेल बनाए रखने के लिए नोडल अधिकारी भी तैनात किये । इसी तरह स्वास्थ्य, पुलिस और प्रशासन के 9 नोडल अधिकारी अलग तौर पर प्राईवेट आक्सीजन प्लांटों के लिए भी नियुक्त किये गए।