जालंधर, (विशाल)- सरकारी अस्पतालों में ठेके पर तैनात लैबोरेटरी टेक्नीशियंस ने सेवाएं रेगुलर किए जाने की मांग को लेकर 23 जुलाई को हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। इस दिन मुलाजिम विरोध स्वरूप कामकाज ठप कर खूनदान दान करके सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त करेंगे। लैब टेक्नीशियनों का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में पहले स्वास्थ्य मंत्री बलवीर सिद्धू को भी ज्ञापन सौंपा था पर वहां से भी उन्हें निराशा हाथ लगी है।एमएलटी एसोसिएशन (कांट्रेक्ट आधार) पंजाब के प्रधान अरुण कुमार और महासचिव सुखविंदर सिंह ने बताया कि पंजाब हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन, नेशनल एड्स कंट्रोल सोसायटी, टीबी विभाग और एनएचएम के बैनर तले तैनात सभी लैब टेक्निसियंस सांझा मोर्चा पंजाब की ओर से 23 जुलाई को हड़ताल की जाएगी। इस दौरान केवल इमरजेंसी सेवाएं ही चलेंगी। सबी लैब टेक्निशंयस सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक में खून दान कर सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त करेंगेउन्होंने कहा कि लैब टेक्नीशियंस पिछले करीब 20 साल से सेहत विभाग में ठेके पर सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। विभाग की नीतियों के अनुसार उनकी नियुक्ती की गई थी। उन्होंने हर सरकार के स्वास्थ्य मंत्री के सामने सेवाएं रेगुलर करने की मांग रखी लेकिन अब तक नतीजा ढाक के तीन पात रहा है। कोरोना काल में हाई रिस्क पर भी उनके सभी साथी जनता को सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। कई साथी कोरोना पाजिटिव भी पाए गए हैं।अरुण ने कहा कि मुलाजिमों का वेतन इतना कम है कि घर का गुजारा मुश्किल से चलता है। उन्होंने सरकार के नए खाली पदों की जगह पर उनके मुलाजिम एडजस्ट करने की गुहार लगाई है। सेहत मंत्री ने दोबारा आवेदन कर भर्ती की प्रक्रिया को पूरा करने और मेरिट में आने वालों को नियुक्त करने की बात कही थी। सेहत मंत्री के इस जवाब के बाद एसोसिएशन के सदस्य और पदाधिकारी निराश हैं