जालंधर, (संजय शर्मा)-विधानसभा हलका जालंधर वेस्ट के कांग्रेस उम्मीदवार व विधायक सुशील कुमार रिंकू ने एक बार फिर अपने वोही पुराने अंदाज में नजर आए। कभी जिस यामहा पर बैठकर अपना चुनाव प्रचार करते थे। आज फिर उसी तरह वह चुनाव से एक दिन पहले अपनी यामहा को उठाकर अपने वोटरों तक पहुंचे। उन्होंने यामहा पर बैठकर अपने हलके का चक्कर लगाया। अकेले ही चुनाव प्रचार करते हुए लोगों से मिले। अपने लिए वोट मांगें। वह राजनीति में आने के बाद इसी यामहा पर घूमते थे। इसी यामहा को सीएम चन्नी भी चला चुके हैं। यह यामहा हमेशा रिंकू के लिए लक्की साबित हुआ है। इसलिए उनकी इस यामहा के साथ बहुत सारी पुरानी यादें जुड़ी हैं। उनके साथ दोस्त जुड़े है और उनके पिता की याद भी इसी के साथ जुड़ी है। अपने विधायक को अकेले ही यामहा पर बैठकर उनके घर आकर वोट मांगते हुए देख इलाके के लोग भी गदगद हो गए। उन्होंने भी रिंकू को बहुत प्यार दिया और अपनी सिर आंखों पर बैठाया। गदगद और भावुक हुए लोगों ने रिंकू को जताया कि जीत उनकी ही होगी। वह ही दोबारा इस इलाके के विधायक होंगे। लोग उन्हें अब मंत्री बनता देखना चाहते हैं।
चुनाव प्रचार थमने के बाद वोटिंग से पहले आखिरी दिन रिंकू का यह स्टाइल इलाके के लोगों के दिलों में उनकी जगह को पक्की कर गया। वह सुबह जल्दी उठाकर भगवान के आगे नतमस्तक होकर रिंकू ने आशीर्वाद लिया और वह प्रचार के लिए निकल पड़े। उन्होंने लोगों के घरों में जाकर उनसे मुलाकात की। उन्होंने अपने लिए दूसरा मौका मांगा। कहा कि उनको वोट देकर बड़ी लीड से जीताएं। ताकि वह हलके के विकास को रुकने न दें।
विधायक रिंकू ने बस्ती दानिशमंदा, बस्ती बावा खेल, बस्ती शेख, तिलक नगर, भार्गव कैंप और बस्ती नौ के इलाके में जाकर लोगों से यही कहा कि वह उनके परिवार का ही हिस्सा हैं। हमेशा हलके के लोगों को उन्होंने परिवार समझा है। वह कभी नेता नहीं बने, बल्कि बेटा बनकर ही साथ खड़े हुए हैं। अब लोगों की बारी है कि वह भी अपने बेटे के खुलकर साथ दें। वोटों की बारिश कर उनको एक बार फिर से जीत दिलाएं। रिंकू को डोर टू डोर कंपैन में लोगों ने बहुत प्यार दिया। लोगों ने विश्वास दिलाया कि वह अपने वादे से पीछे नहीं हटेंगे। न ही किसी के धमकाने से डरेंगे। वह रिंकू के हक में खड़े हैं और उनके साथ ही खड़े रहेंगे। लोगों ने कहा कि रिंकू ने हलके में बहुत विकास कराया। चाहे बच्चों की एजुकेशन का मामला हो या धार्मिक भवनों के निर्माण की बात हो। वह तत्कालीन मुख्यमंत्रियों से ग्रांट लाए और अपने हलके के विकास की नींव को पक्का किया। लोगों ने कहा कि उन्होंने 10 साल का अकाली-भाजपा का राज भी देखा। उनके हलके के स्थानीय निकाय मंत्री होने के बावजूद हलके को इसका कोई फायदा नहीं मिला। भाजपा ने सिर्फ जातपात की राजनीति की। लेकिन रिंकू ने धर्म को जोड़ा है और सभी को साथ लेकर चले हैं। अब लोग भी 20 फरवरी को उनके साथ चलेंगे।