जालंधर,(संजय शर्मा/रोहित भगत)-पेट्रोल के दाम 100 से ऊपर पहुंच गए हैं, ऐसे में यूथ कांग्रेस के जिला प्रधान अंगद दत्ता की अध्यक्षता में रविवार को सविधान चौक पर पुतला फूंक प्रदर्शन हुआ। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पेट्रोल कीमतों पर शतकीय पारी पर नाट आउट दिखाते हुए अपना गुस्सा निकाला। बड़ी तादाद में यूथ के कार्यकर्ता शामिल हुए, जिसमें कुछ हथियारों के साथ भी भीड़ में सरेआम घूमते हुए नजर आए, मगर यूथ प्रधान का यही कहना था कि सभी कार्यकर्ताओं के पास हथियार लाईसेंसी हैं और वे अपनी सुरक्षा के लिए ही लेकर आए थे। इससे पहले सभी कार्यकर्ता सुबह नौ बजे से ही जिला कांग्रेस दफ्तर में इकट्ठे होने शुरू हो गई थे, यहीं से इकट्ठे होकर पैदल मार्च करते हुए संविधान चौक की तरफ रैली के रूप में रवाना हुए। इस रैली में खास बात यह भी रही कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन की आडियो क्लिपिंग पूरे मार्ग पर चलती रही। जिसमें पीएम के स्वर थे कि पेट्रोल की कीमतें घटी या नहीं, डीजल की कीमते घटी या नहीं, अब जेब में पैसा बचने लगा या नहीं…। कांग्रेस भवन से लेकर संविधान चौक तक निरंतर यह आडियो क्लिपिंग चलती रही और उसके पीछे से कांग्रेसी रोष मुजाहरा करते हुए चल रहे थे। रैली में विशेष तौर पर विधायक रजिंदर बेरी भी शामिल हुए।
यूथ कांग्रेस के जिला प्रधान अंगद दत्ता ने कहा कि इससे पहले महंगाई के विरोध भी प्रदर्शन किया था और अब पेट्रोल की कीमतें 100 से पार हो चुकी है, मगर उसपर नियत्रण लगाने में केंद्र सरकार पूरी तरफ से विफल रही है। केंद्र सरकार की गलत योजनाओं का विरोध निरंतर जारी रहेगा। अब यूथ कांग्रेस के पंजाब प्रधान की तरफ से जो भी आगे आदेश मिलेंगे उसी हिसाब से अगली रणनीति बनाकर चलेंगे। विधायक बेरी ने कहा कि मौजूदा समय में मोदी सरकार सभी मोर्चों पर विफल है. केंद्र सरकार का ध्यान आजीविका में मदद करने से राजस्व सृजन पर स्थानांतरित होता दिख रहा है. पूरा देश कोरोना वायरस से जूझ रहा है. वहीं केंद्र सरकार द्वारा डीजल और पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी ने लोगों की आर्थिक स्थिति को झकझोर कर रख दिया है पंजाब यूथ कांग्रेस के प्रधान बंटी शेलके ने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान रसोई गैस सिलेंडर की दर 414 रुपये थी जबकि अब भाजपा शासन में यह दर 900 रुपये हो गई है। पेट्रोल की दर 60 रुपये थी और अब यह 102 रुपये तक पहुंच गई है। डीजल की दर जो कांग्रेस के शासन में 55 रुपये प्रति लीटर थी लेकिन अब यह 92 रुपये के करीब है। दाल और सरसों के तेल की कीमतें पिछले 10 वर्षों में दोगुनी हो गई हैं। आकाशदीप सिंह मजीठिया, नविंदर मान ने कहा कि केंद्र ने आम आदमी की दुर्दशा पर आंखें मूंद ली हैं। यदि केंद्र सुधारात्मक उपाय करने में विफल रहता है तो पहले किसान और अब मजदूर अपने परिवार के साथ अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेंगे। इस मौके पर जसकरण सोही, चरणजीत सिंह चन्नी, रणदीप संधू, प्रवीन जगदीप सिंह सोनू, शिवम पाठक, मनप्रीत मंगू, मंगा कोट, जगरूप रूपा, करन पाठक, रोहित पाठक, अमन धनोवली, राकी नाहर, हरमीत मान, हैरी राजपूत, पीयूष अग्रवाल, हरमीत मान, बलजिंदर भुट्टा, विपन बजाज आदि थे।