जालंधर,(विशाल)-सांसद चौधरी संतोख सिंह, विधायक अवतार सिंह बावा हैनरी और डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने आज नौजवानों को भारत रत्न डा. बी. आर. अम्बेडकर के प्रति सच्ची श्रद्धाँजलि के रूप में लोकतंत्र के सिद्धांतों को मज़बूत करने का न्योता दिया। डा. बी. आर. अम्बेडकर के जन्म दिवस को मनाने के लिए करवाए गए राज्य स्तरीय वर्चुअल समागम में भाग लेते मैंबर पार्लियामेंट ने कहा कि भारतीय संविधान के निर्माता की तरफ से सभी के लिए वोट डालने के अधिकार को विश्वसनीय बनाया गया जिससे वह पूरे उत्साह से लोकतंत्रीय प्रणाली में हिस्सा ले सकें। उन्होने कहा कि इस कदम का उद्देश्य लोगों में सामाजिक और राजनैतिक बराबरी को विश्वसनीय बनाना था, जिस से उनको देश के सामाजिक -आर्थिक विकास में एक सक्रिय हिस्सेदार बनने के योग्य बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि डा. अम्बेडकर के सपने तो ही हकीकत बन सकतें हैं यदि हम सभी अपने वोट के अधिकार का प्रयोग सही ढंग से करते हैं और लोकतंत्रीय प्रक्रिया में जोश के साथ हिस्सा लेते हैं सांसद ने आगे कहा कि भारतीय संविधान डा. अम्बेडकर की मेहनत, लगन और दूरदर्शिता का नतीजा है। उन्होंने कहा कि संविधान बनाने के इलावा डा. अम्बेडकर द्वारा रिज़र्व बैंक आफ इंडिया समेत अन्य कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्टों की नींव भी रखी गई। उन्होंने नौजवानों को जाति, रंग और नस्ल के छोटे विचारों से पर उठ कर समाज के समूचे वर्गों के लिए न्याय और बराबरता के लिए एक समानतावादी समाज का सृजन करने के लिए समर्पित यत्न करने की अपील की। मैंबर पार्लियामेंट ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तीकरण और समाज के अन्य कमज़ोर वर्गों के लिए अनेकों पहलकदमियां करने की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि अपनी पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम की शुरूआत करना कैप्टन सरकार का विलक्षण कदम है, जो कमज़ोर वर्गों के प्रति उनकी वचनबद्धता को दिखाता है। उन्होंने ओर घोषणाओं के इलावा पी.टी.यू. कैम्पस कपूरथला में डा. बी.आर. अम्बेडकर को समर्पित अजायबघर और मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट की स्थापना करने के फ़ैसले का भी स्वागत किया, जोकि नौजवानों को डा. अम्बेडकर के नक्शे कदमों पर चलने के लिए प्रेरित करेगा।इस दौरान मैंबर पार्लियामेंट चौधरी संतोख सिंह, डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने डा. बी.आर. अम्बेडकर को उनके 130वें जन्म दिवस पर श्रद्धा के फूल भेंट किये गए। उन्होंने कहा कि डा. अम्बेडकर का जीवन और दर्शन आने वाली पीढि़यों में ज़िम्मेदारी की भावना पैदा करने के इलावा हमेशा उनको प्रेरित करता रहेगा।