जालंधर,(विशाल) –भारी वित्तीय घाटे से जूझ रही पंजाब रोडवेज के लिए जम्मू एवं दिल्ली का ऑपरेशन बंद रहना मुश्किलों को बढ़ा रहा है। हालात यह हो चुके हैं कि जम्मू-कश्मीर के लिए पिछले एक वर्ष से बस सर्विस बंद पड़ी हुई है, जबकि दिल्ली की बस सेवा किसान आंदोलन के चलते लगभग तीन महीने से प्रभावित है। जम्मू-दिल्ली रूट बंद रहने से जहां साधारण बसें बंद पड़ी हुई है, वहीं सवा करोड़ मूल्य वाली वोल्वो बस का संचालन भी नहीं हो पा रहा है। जम्मू और दिल्ली तो ऐसे रूट थे, जिन्हें पंजाब रोडवेज अपने प्रॉफिट वाले रूट बताती रही है। दिल्ली रूट पर सर्वाधिक वोल्वो बसों का संचालन किया जाता था, क्योंकि हाईवे पर चलने की वजह से जहां रखरखाव में ज्यादा पैसा खर्च नहीं होता था, वही प्रति किलोमीटर कमाई भी ज्यादा होती थी।
तमाम पड़ोसी राज्यों की तरफ से कई महीने पहले इंटर स्टेट बस ऑपरेशन शुरू कर दिया गया था। जिसके चलते पंजाब से राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, चंडीगढ़ आदि के लिए बस सेवा शुरू हो चुकी है, लेकिन अभी तक भी जम्मू कश्मीर के लिए सीधी बस सेवा उपलब्ध नहीं हो सकी है। पंजाब रोडवेज जालंधर की बात करें तो रोजाना एक दर्जन से ज्यादा रूट जम्मू कश्मीर के लिए चलाए जाते थे। जो बंद पड़े हुए हैं। इसके अलावा दिल्ली के लिए साधारण एवं वोल्वो बस सर्विस के टाइम चलाए जाते थे।पंजाब रोडवेज जालंधर के जनरल मैनेजर नवराज बातिश ने बताया कि पंजाब रोडवेज तो दिल्ली एवं जम्मू के लिए बस सेवा शुरू करने के लिए बिल्कुल तैयार है, लेकिन जब तक जम्मू-कश्मीर सरकार इंटर स्टेट बस परिचालन की अनुमति नहीं देती है। तब तक बसों का संचालन संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि इसी तरह से दिल्ली में किसान आंदोलन के चलते बस सेवा प्रभावित है और वह भी इंटर स्टेट बस टर्मिनल (आइएसबीटी) तक चला पाना संभव नहीं है। उन्होंने स्वीकार किया कि जम्मू एवं दिल्ली के रूट बंद होने से नुकसान हो रहा है