बागवानी योजनाओं के अंतर्गत लाभार्थियों के लिए 3 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता की प्राथमिकता: एड़ीसी विशेष सारंगल

जालंधर,-(विशाल)- बागवानी विभाग के अधीन राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के अंतर्गत जि़ला मिशन समिति की मीटिंग आज अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) -कम -चेयरमैन, जि़ला मिशन समिति विशेष सारंगल की अध्यक्षता में हुई। इसमें डिप्टी डायरेक्टर बागवानी -कम -मैंबर सचिव विपन चंद्र पठानिया, मुख्य कृषि अधिकारी, जि़ला भूमि रक्षा अधिकारी, जि़ला मैनेजर, पी.ए.आई.सी., जि़ला पसार माहिर, सहायक जनरल मैनेजर नाबार्ड, सहायक डायरैक्टर बाग़बानी और प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया।अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि साल 2020 -21 के दौरान बागवानी योजनाओं के अंतर्गत सीड इनफ्रास्ट्रक्चर, नए बाग़ लगाने, पौली हाऊस, सैंड नैट हाऊस, प्लास्टिक टनल, प्लास्टिक मलचिंग, बागवानी मशीनरी के अंतर्गत 90 लाभार्थियों को तकरीबन ढाई करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता जारी की जा रही है। अगले साल 2021 -22 के लिए नए बाग़ लगाने, सब्जियों की हाइब्रिड बीज के साथ खेती, कम्युनिटी वाटर टैंक की स्थापना, पौली हाऊस, सैंड नैट हाऊस, प्लास्टिक टनल्स, वाक-इन् -टनल, प्लास्टिक मलचिंग, वरमीकम्पोस्ट यूनिट, शहद मक्खी पालन, बाग़बानी मशीनरी, पैक हाऊस, कोल्ड स्टोरेज आदि के काम करने के लिए लाभपातरियों के लिए तीन करोड़ रुपए की प्राथमिकता रखी गई है। उन्होंने इस अवसर पर नेशनल बीज हनी मिशन योजना का अधिक से अधिक प्रचार करने के लिए कहा ,जिससे शहद मक्खी पालकों से प्राजैकट वित्तीय केस प्राप्त करके भेजे जाएँ और शहद मक्खी पालकों को वित्तीय लाभ दिया जा सके। इस अवसर पर विपन पठानिया, डिप्टी डायरैक्टर बाग़बानी -कम -मैंबर सचिव, जि़ला मिशन समिति ने आए सभी सदस्यों का धन्यवाद किया और किसानों को राष्ट्रीय बाग़बानी मिशन की योजनाओं का लाभ लेने के लिए बाग़बानी की पैदावार से ले कर मंडीकरन तक के प्रोगराम में अधिक से अधिक वित्तीय सहायता लेने के लिए केस भेजे जाने की अपील की

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