जालंधर,(विशाल) बर्ड फ्लू के भय से पोल्ट्री कारोबार अब प्रभावित होना शुरू हो गया है। कुछ दिन पहले थोक में जो अंडे 580 रुपये प्रति सैंकड़ा तक पहुंच चुके थे, उनके दाम इन दिनों लुढ़ककर मात्र 505 रुपये तक रह गए हैं। इसी तरह 220 रुपये प्रति किलो बिक रहे चिकन के दाम भी गिरकर 180 रुपये रह गए। दुकानदारों का कहना है कि मांग में फिलहाल खासी गिरावट नहीं हुई है, लेकिन आने वाले दिनों में इसका असर और अधिक पड़ सकता है।दरअसल हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, केरल तथा मध्य प्रदेश में बर्ड फ्लू से पक्षियों की मौत होने की पुष्टि की गई है। उसका असर पड़ोसी राज्य पंजाब में लोगों में खौफ के रूप में पड़ा है। यही कारण है कि लोगों ने चिकन व अंडों का सेवन करने से परहेज करना शुरू कर दिया है। हालांकि, फिलहाल बिक्री पर खासा फर्क नहीं पड़ा है। लेकिन बिक्री प्रभावित होने के भय में दुकानदारों ने दाम कम कर दिए है। मछली व मटन की बड़ी मांग, दाम में उछाल मास के शौकीन लोग बर्ड फ्लू के डर से अब चिकन की जगह मटन व मछली को तरजीह देने लगे हैं। यही कारण है कि मटन और मछली की मांग में एकाएक इजाफा हो गया है। दामों में भी बढ़ोतरी हुई। दिसंबर मध्यांतर के बाद 550 रुपये प्रति किलो बिक रहे मटन के दाम बढ़कर इन दिनों 600 प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। दामों में बढ़ोतरी मांग के मुताबिक आगे भी यथावत रहने की संभावना है।फिलहाल बिक्री पर नहीं पड़ा खासा असर अधिक सर्दी के चलते चिकन व अंडों की मांग में दिसंबर मध्यांतर के बाद से भारी इजाफा हो गया था। जो बर्ड फ्लू के आंतक के बावजूद फिलहाल यथावत है। होटल, रेस्टोरेंट तथा अन्य आयोजनों को लेकर चिकन तथा अंडों की मांग बरकरार है। लिहाजा अगर आने वाले दिनों में बर्ड फ्लू का आतंक बढ़ता है, तो निश्चित रूप से दामों के साथ-साथ मांग में भी गिरावट होगी।