जालंधर,(विशाल)- पांच हजार रुपये कैश देखकर भी कश्मीर के रहने वाले रिटायर्ड फौजी मोहम्मद आजाद ईमान पर डटे रहे। उन्होंने ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए पर्स सीधे पास स्थित पीसीआर के पुलिस कर्मियों को सौंप दिया। कहा – इसे इसके मालिक को लौंटा दें। जालंधर पुलिस ने भी देर नहीं की। पर्स से मिले जरूरी कागजात से मालिक का फोन नंबर ढूढ़ निकाला और काल करके बुला। पर्स पाकर मालिक ने राहत की सांस ली और मोहम्मद आजाद को दिल खोलकर धन्यवाद दिया। साथ ही, एक हजार रुपये बतौर इनाम भी दिए।मोहम्मद आजाद ने बताया कि वह कश्मीर का रहने वाला है और सर्दी में जालंधर आकर गर्म कपड़े बेचकर अपना गुजारा करता है। वह कुछ समय पहले ही फौज से रिटायर हुआ है। सोमवार सुबह वह जैसे ही अपने क्वार्टर से काम पर निकला तो उसे आबादपुरा के पास लिंक रोड पर एक पर्स मिला। उसमें 5000 कैश रुपये कैश के साथ जरूरी कागजात- ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, पैन और एटीएम कार्ड थे। वह पर्स को उठाकर काम पर निकल गया। जैसे ही फुटबॉल चौक के पास पहुंचा तो वहां पीसीआर खड़ी थी। वह गाड़ी में मौजूद ड्यूटी अफसर रवि कुमार से मिला और उन्हें रास्ते में पर्स मिलने के बारे में बताया। साथ ही कहा कि यह पर्स जिस किसी का भी है, वह उसे खोजकर उन्हें लौटा दें।ड्यूटी अफसर रवि कुमार ने कागजात चेक किए तो उनमें एक मोबाइल नंबर मिला। रवि ने कॉल की तो फोन नंबर शमीपुर के इंदरजीत का निकला। पुलिस अफसर ने उनसे बातचीत की तो पता चला कि उनका ही पर्स गुम हुआ है। इसके बाद रवि ने उनसे फुटबॉल चौक के पास कॉल करने और पर्स ले जाने के लिए कहा।फोन किए जाने के कुछ ही देर बाद इंदरजीत फुटबाल चौक पर पहुंच गए और पुलिस के पास जाकर अपना पर्स हासिल किया। उन्होंने मोहम्मद आजाद और पुलिस कर्मचारियों का दिल खोलकर धन्यवाद किया। इंदरजीत ने ईमानदारी की शानदार मिसाल पेश करने पर मोहम्मद आजाद को इनाम के तौर पर एक हजार रुपये भी दिए