जालंधर, लम्मां पिंड चौक गुलमोहर सिटी नजदीक में मां बगलामुखी धाम श्री शनिदेव महाराज के निमित्त श्रृंखलाबद्ध हवन यज्ञ जारी रहा। धाम के संचालक एवं संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने शनि महाराज के बारे में विस्तार पूर्वक बताया कि भगवान सूर्य के पुत्र शनि बचपन में बहुत सुंदर थे, और तेजस्वी भी, इनकी सुंदरता को देखते हुए ,गंधर्व ने अपनी पुत्री कंकाली के साथ शनि देव का विवाह करा दिया। लेकिन अत्यंत सुंदर होने के कारण इंद्र की सभा के अप्सरा अक्सर इन्हें देखने जाया करती थी। इन अप्सरा को देखकर कई बार शनि देव उन पर मोहित हो गए, यह बात गंधर्व पुत्री कंकाली को अच्छी नहीं लगती थी। तब गंधर्व पुत्री कंकाली ने अपने पति शनिदेव को यह श्राप दे दिया कि आज के पश्चाताप सुंदरता को खोकर बदसूरत हो जाए और आपकी दृष्टि हमेशा नीचे की तरफ रहे अगर आप सीधी दृष्टि से किसी की तरफ देखते हैं तो उस पर साढ़ेसाती का प्रभाव पड़ जाएगा, तब शनिदेव भगवान शिव की घोर तपस्या की तपस्या के पश्चात भगवान शिव प्रसन्न हुए और बोले हे सूर्यपुत्र शनिदेव वर मांगो। तब शनिदेव बोले हे भोलानाथ सदाशिव आपकी कृपा मुझपर सदैव बनी रहे तथा मुझे सृष्टि पर सीधे देखने के लिए वर दीजिए भगवान शिव भोले जो व्यक्ति शनिवार के दिन पीपल के नीचे तेल चढ़ाएगा उस पर तुम्हारे पढ़ने वाली कुदृष्टि शुभ दृष्टि में बदल जाएगी इसीलिए शनिवार के दिन पीपल के नीचे शनिदेव की पूजा होती है। इस सप्ताह शनिदेव महाराज जी के जप उपरांत मां बगलामुखी जी के निमित्त भी माला मंत्र जाप एवं हवन यज्ञ में विशेष रूप आहुतियां डाली गई। इस अवसर पर रोहित मल्होत्रा, गुलशन शर्मा, अश्विनी शर्मा धूप वाले, स्वर्ण सिंह, विनोद लूथरा, रोहित सिद्धू, जोगिंदर सिंह, गुरबाज सिंह, विनीत, अंकुश, बलजिंदर सिंह,वरूण बाली, सुरेंद्र सिंह, रोहित बहल, यज्ञदत्त, मुकेश चौधरी, पंकज, राजेश महाजन, बावा खन्ना, एडवोकेट राज कुमार, मोहित बहल,पुनीत डोगरा,संजय, बलदेव राज, विनोद खन्ना, सोनू छाबड़ा, सुनील जग्गी, अशोक शर्मा, प्रिंस, राकेश, ठाकुर बलदेव सिंह, इकबाल, प्रवीण, बल्लू हंस, बब्लू,सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।