जालंधर,(विशाल)- डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने सोमवार को जल स्पलाई और सैनीटेशन के अधिकारियों को जल जीवन मिशन के अंतर्गत जून 2021 के अंत तक जालंधर में 45274 घरों में पेयजल कुनैक्शन को यकीनी बनाने के निर्देश दिए। जल जीवन मिशन के अंतर्गत आधिकारियों के साथ हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि जल जीवन मिशन के अधीन 2,32,122 घरों को कार्यशील पेयजल कनैक्शनों के साथ जोड़ने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि अप्रैल 2020 में 1, 31,802 घरों को कार्यशील पेयजल कुनैक्शनों के साथ जोड़ा गया और पिछले आठ महीनों दौरान 51160 घरों को कार्यशील पेयजल कनैक्शन उपलब्ध करवाए गए, जिसके साथ कुल दिए गए कुनैकशनों की संख्या 1, 82,962 घरों तक पहुँच गई है। उन्होंने आगे बताया कि बाकी रहते 49160 घरों में से कुछ गाँव अब शहर के अधिकार क्षेत्र में आ गए हैं, जिस कारण लक्ष्य को कम कर 45274 घर कर दिया गये है, जिनको अगले पाँच महीनों में पेयजल कुनैक्शनों के साथ जोड़ दिया जायेगा। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि 16037 घरों पर काम पहले ही चल रहा है और दूसरे टैंडरिंग पड़ाव पर हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार मार्च 2022 तक 100 प्रतिशत ग्रामीण घरों को कार्यशील घरेलू पेयजल कनैक्शनों (एफएचटीसी) के साथ जोड़ने के लिए वचनबद्ध है ,परन्तु ज़िला प्रशासन ने इस लक्ष्य को जून 2021 पूरा करने का लक्ष्य रखा है।घनश्याम थोरी ने कार्यकारी इंजीनियरों, जूनियर इंजीनियरों और जल सप्लाई और सैनीटेशन विभाग के आधिकारियों को कहा कि वह जून 2021 तक बाकी रहते ग्रामीण घरों को कवर करने में कोई भी कमी न छोडे जिससे ज़िला प्रशासन की तरफ से समूचे घरों को उपयुक्त मात्रा में पीने योग्य पानी की सप्लाई को यकीनी बनाया जा सके।उन्होंने आगे कहा कि बाकी रहते पंचायतों के मुखियों के साथ मीटिंग की जाये और ग्रामीण आबादी ख़ास कर समाज के कमज़ोर वर्ग को लाभ पहुँचाने के लिए चल रहे कार्यों में तेज़ी लाई जाए। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन अधीन ग्रामीण क्षेत्रों के समूह घरों में पीने वाले पानी की सप्लाई को यकीनी बनाने के लिए स्थानीय पंचायत को योजनाबंदी, लागू करने, प्रबंधन, संचालन और रख रखाव में शामिल किया जा रहा है।डिप्टी कमिश्नर ने आगे कहा कि कृषि में फिर प्रयोग के लिए रेन वाटर हारवैस्टिंग, ग्राउंड वाटर रिचार्ज और घरों के व्यर्थ पानी के प्रबंधन पर भी ध्यान दिया जा रहा है