जालंधर, (विशाल)- नगर निगम ठेके पर काम कर रहे जेसीबी ऑपरेटरों को 7 महीने से वेतन नहीं मिला है। इससे उनके लिए घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। बुधवार को जेसीबी ऑपरेटर्स ने विरोध में मशीनें नहीं चलाईं। इससे शहर से कूड़े की लिफ्टिंग का काम प्रभावित हो गया है।बुधवार को सिर्फ नगर निगम के पक्के मुलाजिम ही गाड़ियां लेकर निकले जबकि ठेकेदार के माध्यम से काम कर रहे मुलाजिमों ने जेसीबी मशीनें नहीं चलाई। इससे शहर के कई डंप कूड़े से भरे रहे। विकासपुरी फिश मार्केट किंग होटल समेत कई इलाके के डंप साफ नहीं हुए। अगर यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में बदबू और गंदगी से आसपास रहने वाले लोगों का जीना मुहाल हो जाएगा।जेसीबी ऑपरेटर पहले भी वेतन ना मिलने के कारण काम बंद करते रहे हैं। इधर, नगर निगम ठेकेदार को वेतन देने में देरी कर रहा है। इस कारण नगर निगम की कूड़ा लिफ्टिंग की प्रक्रिया कई महीनों से प्रभावित हो रही है। मुलाजिमों में इस बात को लेकर भी नाराजगी है कि वर्कशॉप और वरियाणा गांव के मेन डंप पर पर मुलाजिमों के लिए पीने के पानी तक का इंतजाम नहीं है। इसे लेकर हेल्थ एंड सैनिटेशन कमेटी के चेयरमैन बसराज ठाकुर भी नाराजगी जता चुके हैं। हालांकि जेसीबी ऑपरेटरों के हड़ताल पर जाने के बाद नगर निगम के अकाउंट डिपार्टमेंट ने सैलरी जारी करने के लिए प्रोसेस शुरू कर दी है