जालंधर, डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि जिला प्रशासन मंडियों में किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने देगा, बल्कि सुचारु ढंग से धान की खरीद की जाएगी. वह आज किसानों, कंबाइन मालिकों, आढ़तियों और राइस मिल मालिकों के साथ बैठक कर रहे थे। इस मौके पर एस.एस.पी (ग्रामीण) हरकमल प्रीत सिंह खख भी उपस्थित थे।
डा. हिमांशु अग्रवाल ने किसानों को आश्वासन दिया कि मंडियों में धान की खरीद के लिए सभी उचित व्यवस्थाएं की गई है और अपने बच्चों की तरह पाली गई किसानों की फसलों की खरीद व्यवस्थित तरीके से की जाएगी। उन्होंने राइस मिलर्स और किसानों की समस्याओं के शीघ्र समाधान का भी आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार किसानों और आढ़तियों के साथ खड़ी है और किसी को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
डिप्टी कमिश्नर ने सभी कंबाइन मालिकों को केवल सुपर एसएमएस कंबाइनों से ही धान की कटाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि धान की कटाई के लिए बी.आई.एस. केवल उपयोग प्रमाण पत्र वाले हार्वेस्टर कंबाइन ही उपयोग की जाए और सुपर एसएमएस के बिना कंबाइन न चलाई जाए। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को कहा कि कंबाइन मालिकों को कंबाइन के साथ सुपर एसएमएस लगाने के लाभ के बारे में अधिक से अधिक जागरूकता फैलाए। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा किसानों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर 0181-2225005 जारी किया गया है, जिस पर कंबाइन मालिक अपनी कंबाइन पर सुपर एसएमएस लगाने एंव सहायता हेतु संपर्क कर सकते है। इसके अलावा आम लोग और किसान खेतों में बिना सुपर एस.एम.एस. कंबाइन चलाने के बारे में भी इसी नंबर पर जानकारी दे सकते है।
डिप्टी कमिश्नर एवं एस.एस.पी कहा कि पुलिस व कृषि विभाग की संयुक्त टीमें गांवों में गश्त करेंगी। उन्होंने कहा कि यदि कोई कंबाइन मालिक बिना सुपर एस.एम.एस. से कंबाइन चलाता पाया गया तो कंबाइन जब्त कर उचित कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने पुलिस अधिकारियों को जिले में बाहर से आने वाली कंबाइनों पर भी नजर रखने को कहा, ताकि जिले में सुपर एस.एम.एस. बिना कंबाइनों का संचालन रोका जा सकता है उन्होंने कहा कि जिले में शाम 6 बजे से सुबह 10 बजे तक कंबाइनों से धान की कटाई पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
डा.अग्रवाल एवं श्री खख ने जिले में किसानों से पराली/फसल अवशेष न जलाने की अपील करते हुए कहा कि किसानों को एकजुटता दिखानी चाहिए और पर्यावरण के संरक्षक बनकर पर्यावरण की रक्षा के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि धान की पराली/अपशिष्ट को जमीन में प्रबंधन करने के लिए कृषि विभाग के पास मशीनरी उपलब्ध है और इस मशीनरी का उपयोग करने के लिए विभाग या हेल्पलाइन नंबर 0181-2225005 पर संपर्क किया जा सकता है।
डिप्टी कमिश्नर ने जिला प्रशासन की पहल की जानकारी देते हुए कहा कि इस पहल के तहत आग नहीं लगाने वाले गांवों की पंचायतों को एक लाख रुपये का विकास कार्य दिया जाएगा, जबकि व्यक्तिगत किसानों को सरकारी कार्यालयों में सेवाएं प्राप्त करने को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को सहकारी समितियों, कृषक समूहों के पास उपलब्ध कृषि यंत्रों का समुचित उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।