जालंधर, जालंधर योजना बोर्ड के अध्यक्ष अमृतपाल सिंह ने फिल्लौर ब्लॉक विकास एवं पंचायत अधिकारी (बीडीपीओ) दफ्तर द्वारा 10 करोड़ रुपये के कथित गबन की व्यापक जांच की सिफारिश की है।
विजिलेंस ब्यूरो के डायरेक्टर को संबोधित अपने पत्र में, अमृतपाल सिंह ने उन फंड के दुरूपयोग का विवरण दिया जो पंजाब निर्माण योजना के तहत वितरित किए गए थे।
चेयरमैन के अनुसार यह फंड फर्जी बिलों द्वारा गबन किए जाने की बात सामने आई है, जो बीडीपीओ दफ्तर में सोची-समझी साजिश की ओर इशारा करता है।
उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा विधानसभा क्षेत्रों के विकास के लिए यह फंड जारी किए गए थे।
अमृतपाल सिंह ने पत्र में मामले की गंभीरता पर जोर देते हुए मामले की पूरी जांच विजिलेंस ब्यूरो से कराने की सिफारिश की है।उन्होंने इस योजना से संबंधित सभी वित्तीय लेनदेन और दस्तावेजों की जांच की मांग की ताकि गबन को उजागर किया जा सके और जिम्मेदार लोगों की पहचान की जा सके।
चेयरमैन ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए वचनबद्ध है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार ने भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है और ऐसे काम करने वालों को सख्त कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।