पराली को जलाने से रोका जाए, नहीं तो अधिकारी सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहें : डिप्टी कमिश्नर

जालंधर, (संजय शर्मा)- पिछले कुछ दिनों से धान की पराली को आग लगाने के आ रहे मामलों पर गंभीर नोटिस लेते हुए डिप्टी कमिश्नर श्री विशेष सारंगल ने स्पष्ट कहा कि संबंधित क्षेत्रों के एस.एच.ओ. और क्लस्टर अधिकारी पराली को जलाने से केसो का रोकने के लिए और अधिक प्रयास करें। अन्यथा उनके खिलाफ सख्त कार्यवाई की जाएगी।

एस.एच.ओज़ और क्लस्टर टीमों को पराली को आग न लगाए जाने को यकीनी बनाने के सख्त निर्देश देते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि डियूटी में लापरवाही करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को नोटिस जारी किए जाएंगे और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी।

डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल और एस.एस.पी. मुखविंदर सिंह भुल्लर ने जिला प्रशासकीय कम्प्लैक्स में एक सांझा बैठक दौरान माननीय अदालत के निर्देशों पर पराली जलाने को सख्ती से रोकने के लिए एस.एच.ओज. को लगातार अपने-अपने क्षेत्रों में रहने के निर्देश जारी किए।
डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल ने कहा कि शाहकोट, लोहियां और फिल्लौर के कुछ हिस्सों में धान की कटाई की जाएगी और हमें इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि क्लस्टर अधिकारियों और एस.एच.ओज. को अपने-अपने क्षेत्रों में मौजूद रहना होगा जिससे लोगों को फसल अवशेष जलाने पर प्रभावी ढंग से रोक लगाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने साफ कहा कि पराली जलाने से रोकने के लिए हर संभव उपाय किए जाएं और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि गुरुद्वारों, मंदिरों और अन्य स्थानों से घोषणा करने के अलावा, गांव के सरपंचों के साथ बैठकें की जाए और पैदल मार्च निकाले जाए।

एस.एस.पी. मुखविंदर सिंह भुल्लर ने एस.एच.ओ को हिदायत देते हुए अगले कुछ दिनों के दौरान अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में पुलिस स्टेशनों से बाहर आकर यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि कोई भी अपनी फसल के अवशेषों को आग न लगाए।

उन्होंने कहा कि माननीय न्यायालय के निर्देशानुसार पराली जलाने का मामला सामने आने संबंधित एस.एच.ओज जिम्मेदार होंगे और उन्हें ऐसे मामलों को रोकने के लिए प्रमुख पहल देनी होगी। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि एस.एच.ओज, कलस्टर अधिकारियों के साथ मिलकर पराली जलाने से रोकने के लिए व्यापक योजना बनाए।
इस मौके पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर वरिंदरपाल सिंह बाजवा, मेजर डा. अमित महाजन और अन्य भी उपस्थित थे।

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