जालंधर, (संजय शर्मा)-डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल ने शनिवार को जिले में पराली जलाने के मामलों को रोकने के लिए सभी एसडीएम को अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में जमीनी स्तर तक पहुंच सुनिश्चित करने को कहा ताकि पराली जलाने से पर्यावरण को प्रदूषित होने से रोका जा सके।
इस संबंध में बैठक की अध्यक्षता करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि “हॉट स्पॉट” का एसडीएम स्वयं दौरा करेंगे और किसानों को सरकार द्वारा सब्सिडी पर उपलब्ध कराए जा रहे कृषि उपकरणों के बारे में शिक्षित करेंगे।
उन्होंने कहा कि पराली जलाने के मामलों पर नकेल कसने के लिए जिला प्रशासन द्वारा पहले ही 189 नोडल अधिकारी और 54 क्लस्टर को-आडीनेटर नियुक्त किए जा चुके है। उन्होंने एसडीएम को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए टीम लीडर के रूप में काम करने को कहा। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (ज) द्वारा ऐसे मामलों की रोजाना आधार पर निगरानी की जाएगी।
बैठक में डिप्टी कमिश्नर ने ‘मेरा घर मेरे नाम’ योजना के तहत गांवों में सर्वेक्षण में तेजी लाने का निर्देश देते हुए एसडीएम से कहा कि वे अपने क्षेत्र के गांवों में से प्रत्येक सप्ताह कम से कम 10 गांवों को सर्वेक्षण के तहत कवर करना सुनिश्चित करे।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत जिले के 581 गांवों में ड्रोन सर्वेक्षण का कार्य पूरा हो चुका है, जिसके बाद तैयार मैप-1 के आधार पर घर-घर सर्वेक्षण किया जाना है। उन्होंने अधिकारियों को अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (ग्रामीण विकास) और जिला राजस्व अधिकारी के साथ उचित तालमेल स्थापित कर इस कार्य को निर्धारित समय के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए।
इस दौरान लंबित इंतकाल की समीक्षा की, डिप्टी कमिश्नर ने निर्देश दिया कि लंबित इंतकाल का निपटारा अगले 15 दिनों में अंचल राजस्व पदाधिकारियों के माध्यम से सुनिश्चित करवाया जाए।उन्होंने जिला राजस्व अधिकारी को इस संबंध में व्यक्तिगत निगरानी सुनिश्चित करने को कहा ताकि जीरो पैंडेंसी का लक्ष्य हासिल किया जा सके।इस अवसर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (ज) मेजर अमित महाजन, एसडीएम विकास हीरा, बलबीर राज सिंह, अमनपाल सिंह, कंवलजीत सिंह और ऋषभ बांसल और जिला राजस्व अधिकारी अरविंद प्रकाश भी उपस्थित थे।