एचडीएफसी (HDFC) के विलय के चलते एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) की बुक वैल्यू को झटका लगा है। इसके चलते ब्रोकरेजेज ने इसकी रेटिंग में कटौती की है और टारगेट प्राइस भी घटा दिया है। हालांकि घरेलू ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के नितिन अग्रवाल का कहना है कि अगले एक से डेढ़ साल में इसे फिर से रेट किया जाएगा। नितिन के मुताबिक लॉन्ग टर्म के लिए इस शेयर को लेकर सवाल नहीं उठा सकते हैं क्योंकि विलय के बाद वित्त वर्ष 2026 तक यह 2 फीसदी के रिटर्न ऑन एसेट्स (RoA) को हासिल कर लेगा। उनका कहना है कि विलय के बाद बनी कंपनी की कमाई में धीरे-धीरे सुधार होगा। आने वाली तिमाहियों में इसके लिक्विडिटी पर नजर रखनी होगी और इससे कारोबार को बढ़ने में मदद मिल सकती है। नितिन के मुताबिक बुक वैल्यू के हिसाब से अभी यह 2.6 गुने भाव पर है जो आकर्षक लेवल पर बना हुआ है। हालांकि विलय के चलते यह बहुत बड़ी कंपनी हो चुकी है तो आगे इसका कारोबार कैसा रहेगा, यह देखना काफी महत्वपूर्ण होगा।