जालंधर, भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति को देखते हुए राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने धूसी बांध पर राहत कार्य का मोर्चा संभाल लिया है। संत सीचेवाल के पास धूसी बांध पर दो बड़ी क्रेन, एक जेसीबी मशीन, टिपर, और दो नावें हैं। सभी मिट्टी के बोर भरने के लिए सामग्री पहुंचा दी गई है ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके। धूसी बांध की रखवाली कर रहे ग्रामीणों के लिए लंगर की भी व्यवस्था की गयी है।राज्यसभा सदस्य और पर्यावरणविद संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने एक दर्जन से अधिक गांवों का दौरा किया और लोगों को सचेत किया। संत सीचेवाल ने जिन इलाकों और गांवों में लोगों को संगठित किया, उनमें फिल्लौर, माओ साहिब, मेओवाल, पिपली मिआनी, रामे, फतिहपुर, गट्टी कासु मुंडी, मंडला और गिद्दड़पिंडी समेत अन्य गांव भी शामिल थे। उन्होंने जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को भी बाढ़ की स्थिति पर लगातार सतर्क रहने का निर्देश दिया।
राज्यसभा सदस्य संत सीचेवाल और नकोदर हलके की विधायक बीबी इंद्रजीत कौर मान ने माओ साहिब में धूसी बांध का निरीक्षण किया और वहां गिराए जा रहे नदी के पेड़ का रुख मोड़ने के लिए किए जा रहे काम का निरीक्षण किया।
वर्ष 2019 में जहां जानीया चाहल के पास बांध टूटा था, वहां संत सीचेवाल ने बांध को मजबूत करने के लिए धूसी बांध पर खुद घंटों तक ट्रैक्टर चलाया। संत बलबीर सिंह सीचेवाल सुबह 7 बजे से लगातार धूसी बांध का निरीक्षण कर रहे हैं, वहीं सतलुज के किनारे रहने वाले लोगों को भी सचेत कर रहे हैं।
ड्रेनेज विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दोपहर तक सतलुज नदी में फिल्लौर से तीन लाख क्यूसेक पानी बह रहा था। देर रात तक यह पानी गिद्दड़पिंड पहुंचने की संभावना है। गांव पिपली मिआनी और आसपास के गांवों से गुजरने वाले धुसी बांध को मजबूत करने और कमजोरी दूर करने का काम जारी रहा।बाढ़ रोकथाम प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष कुलविंदर सिंह गिद्दड़पिंडी ने कहा कि संत सीचेवाल ने 2019 की बाढ़ की तरह इस बार भी मोर्चा संभाला है, जिससे लोग सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।