जालंधर, (संजय शर्मा) नगर निगम चुनाव से पहले निगम के अधिकारी एवं ठेकेदार लोगो की आखों मे थूल झोंक सरकारी खजाने का दुपर्योग किया जा रहा है। ताजा मामला जालंधर मे पड़ते ढल मुहल्ले का है जहा पर निगम के अधिकारियों एवं ठेकेदार की मदत से ठीक पड़ी सड़कों के निर्माण के लिए टेंडर कर दिया गया। इतना ही नहीं इन सड़कों पर काम भी शुरू करा दिया गया। मामला तब खुला भाजपा नेता किशनलाल शर्मा ढल मुहल्ले से गुजर रहे थे तो ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा ठीक पड़ी सड़क को उखाडा जा रहा था। किशनलाल शर्मा द्वारा जब कर्मचारियों से सड़क उखाडने का कारण पूछा तो उन्होंने कहा सड़क बनाने का काम चल रहा है। इस अवसर पर किशनलाल शर्मा ने जब नगर निगम के अधिकारियों से संपर्क किया गया तो इलाके के जे ई मौके पर पहुँचे। मौका देख निगम के अधिकारीयों की पैर तले जमीन खिसक गई। उन्होंने मौके पर ही ठेकेदार का काम बंद करवा दिया। इस अवसर पर किशनलाल शर्मा ने कहा की सड़क खराब नहीं होने के बाद भी सड़क का निर्माण कराने के लिए नगर निगम की तरफ से टेंडर कराकर काम शुरू भी कर दिया गया।उन्होंने कहा अधिकारी दफतरो मे बैठ ठेकेदार की मिलीभगत से सरकार को चुना लगा रहे है। उन्होंने कहा अगर निगम द्वारा निकाले टेंडरो की बात की जाए तो नगर निगम के दफतर के अंदर बैठ ठेकेदार की बिल बन रहे है। उन्होंने कहा न तो कोई अधिकारी मौके पर जाता और न ही इसकी कोई जांच करता है। श्री शर्मा ने कहा की लोगो द्वारा इलाके का चुना पार्षद भी इसमे उतना जिमेदार है क्यों की उसके बिना ठेकेदार का बिल पास नही हो सकता।उन्होंने कहा शहर मे सड़कों की जर्जरता किसी से छिपी नहीं है। कई सड़कें वर्षों से खराब हैं, उनकी सुधि लेने वाला नहीं है। पर यहां पर तो अधिकारियों की मेहरबानी का आलम यह है कि बनी-बनाई सड़कों को ही दोबारा नई सड़क बनाने के लिए टेंडर कर दिया जा रहा है।उन्होंने कहा अधिकारियों द्वारा जांच की जाए की नई टाइल कही किसी नेता की फैक्टरी से तो नही आ रही जो टाइल वाली सड़को का टेंडर हो रहे है शहर की टूटी पड़ी लुक वाली सड़को के लिए निगम के पास पैसे नही है।इस अवसर पर किशनलाल शर्मा ने कहा की जिस अधिकारी ने काम शुरू करने की अनुमति दी उसकी जांच की जाए