एचएमवी में साइंस उत्सव के पांचवें दिन नुक्कड़ नाटक रहे मुख्य आकर्षण

जालंधर, (संजय शर्मा)-हंस राज महिला महाविद्यालय के परिसर में नोडल एजेंसी पंजाब स्टेट कौंसिल साइंस एवं टेक्नालोजी के अधीन विज्ञान सर्वत्र पूज्यते शीर्षक अधीन पांचवें दिवस का आयोजन किया गया। पांचवें दिन का मुख्य विषय – ‘विज्ञान और प्रौद्योगिकी फिल्म, रंगमंच और साहित्य रहा। समारोह का शुभारंभ ज्ञान की ज्योति प्रज्ज्वलित कर एवं डी.ए.वी. गायन में प्रतिभागिता कर किया गया। तत्पश्चात् मुख्यातिथि स्वरूप उपस्थित डॉ. ज्योति, प्रिंसिपल संतूर इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, माधोपुर, फगवाड़ा एवं डॉ. विजय प्रिंसिपल शौर्या इंटरनेश्नल स्कूल बलाचौर का स्वागत प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन, श्रीमती मीनाक्षी स्याल, कनवीनर, कोआर्डिनेटर्स आफ इवेंट डॉ. नीलम शर्मा, डॉ. सीमा मरवाहा, डॉ. अंजना भाटिया द्वारा प्लांटर एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर किया गया। इसी दौरान आज के दिवस की प्रतियोगिताओं के निर्णायकों श्रीमती साक्षी लूथरा, रसायन विज्ञान विभाग, सेंट जोसफ कान्वेंट स्कूल, जालंधर, श्रीमती सोनिया शर्मा, शिव ज्योति पब्लिक स्कूल जालंधर, डॉ. कनिष कपूर, एन.आई.टी. जालंधर, श्रीमती नवरूप कौर, पंजाबी विभागाध्यक्षा, डॉ. पूजा मिन्हास, नृत्य विभागाध्यक्षा को प्लांटर एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर हार्दिक अभिनंदन किया। इस अवसर पर प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने कहा कि इस साइंस उत्सव का मुख्य उद्देश्य विज्ञान का प्रचार एवं प्रसार करना एवं विज्ञान के क्षेत्र में रूचि रखने वाली छात्राओं को अपनी वैज्ञानिक प्रतिभा को मंच प्रदान करना, जिसके माध्यम से वे अन्य छात्राओं को विज्ञान के प्रति भ्रांतियों को दूर करके उन्हें जागृत एवं प्रेरित कर सकें। इसके साथ ही उन्होंने विभिन्न स्कूलों के छात्रों द्वारा प्रदर्शित नुक्कड़ नाटक की भी प्रशंसा की। अंत में उन्होंने छात्राओं को जीवन में हमेशा कुछ नया एवं नवाचार करने के लिए प्रेरित किया। पहले सेशन में डॉ. के. विजय राघवन, प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर गर्वमेंट ऑफ इंडिया मुख्य वक्ता रहे। श्री दविंदर गिल द्वारा लिखित व श्रीमती वीना अरोड़ा द्वारा निर्देशित नुक्कड़ नाटक को एचएमवी की छात्राओं ने बड़े रोचक ढंग से प्रस्तुत किया। इसके साथ ही एचएमवी कॉलेजिएट स्कूल की छात्राओं ने भी सुश्री अरविंदर कौर, सुश्री सुकृति और सुश्री ऋचा द्वारा लिखित एवं निर्देशित नुक्कड़ नाटक भी पेश किया। इस दिवस में भिन्न-भिन्न प्रतियोगिताओं जैसे विज्ञान पद्य के अन्तर्गत कविता उच्चारण एवं विज्ञान सृजन के अन्तर्गत कहानी लेखन एवं कोरियोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन दैनिक जीवन में विज्ञान का योगदान विषय रहा जिमसें छात्राओं द्वारा अपनी रचनात्मक एवं लेखन कला का प्रदर्शन किया गया। बरसात का मौसम होने के बावजूद भी विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों, यूनिवर्सिटी के 400 से अधिक छात्राओं ने कॉलेज परिसर का दौरा किया और अनुभवात्मक शिक्षा से विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विभिन्न पहलुओं को सीखा। छात्राओं ने विज्ञान विभागों, वाणिज्य और कम्प्यूटर विज्ञान विभाग द्वारा स्थापित विभिन्न स्टालों का दौरा किया, जहां से उन्होंने जैव सूचना विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, प्राणी विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी, रसायन विज्ञान, कम्प्यूटर और गणितीय प्रमेय की मूल बातें सीखी। मनोविज्ञान विभाग द्वारा साइकोमोट्रिक विश्लेषण द्वारा छात्रों ने अपनी योग्यता का परीक्षण किया। विभिन्न विषयों पर आधारित पुस्तक मेले में प्रदर्शित पुस्तकों की इतनी विशाल विविधता को देखकर छात्र भी मोहित हो गए। डॉ. श्वेता चौहान इस दिन के इंचार्ज रहे। इस अवसर पर विज्ञान विभाग के सभी विभागाध्यक्ष भी उपस्थित रहे। मंच का संचालन डॉ. अंजना भाटिया द्वारा सफलतापूर्वक किया गया।

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