जालंधर, (संजय शर्मा)-आप उम्मीदवार शीतल अंगुराल की मुश्किलें थमने का नाम नही ले रही है। कई क्रिमिनल केसों को झेलने वाले विवादित नेता शीतल अंगुराल के खिलाफ एक और एफआईआर की तलवार लटकती नज़र आ रही है।सूत्रों की बात करे तो आप कैंडीडेट शीतल अंगुराल पर यह आरोप लग रहे है कि उन्होंने जालंधर वेस्ट से चुनाव लड़ने के लिए जो नामांकन के समय दसवीं का प्रमाण पत्र चुनाव अधिकारियों को सौंपा है वह जाली सर्टिफिकेट है। अगर पुलिस जांच के बाद यह साबित होता है कि सर्टिफिकेट जाली है तो एफआईआर होने बाद शीतल अंगुराल की गिरफ्तारी भी हो सकती है।शीतल अंगुराल ने जो दसवीं पास का सर्टिफिकेट नामांकन के समय लगाया है वह हरियाणा बोर्ड का दसवीं का प्रमाण है। जो कि बताया जा रहा है कि वह सर्टिफिकेट जाली है।इसी मामले को लेकर शिकायतकर्ता सुरिंदर की तरफ से की गई शिकायत के बाद पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने आर्डर जारी करते हुए पुलिस कमिश्नरेट निर्देश दिए है कि वह एक महीने में याची की रिप्रेजेंटेशन पर फैसला लें।वही शीतल पर लगे आरोपों की जांच के बाद जालंधर पुलिस शीतल के खिलाफ दसवीं कक्षा का जाली स्कूल सर्टीफिकेट बनाने या बनवाने के आरोप में क्रिमिनल केस दर्ज कर सकती है। पत्रकारों की तरफ से जब इस मामले में शीतल अंगुराल से उन का पक्ष जानना चाहा तो अपनी सफाई में शीतल अंगुराल ने कोई भी ठोस पक्ष पेश नहीं किया ।उन का कहना है कि यदि उन पर कोई पुलिस केस दर्ज करती है तो वह भी कानूनी लड़ाई लडेंगे।वही सूत्रों के हवाले से यह भी बात सामने आ रही है कि एसीपी वैस्ट वरियाम सिंह की तरफ से जांच में यह तस्दीक भी करवा लिया कि शीतल अंगुराल का दसवीं का प्रमाण पत्र जाली है। स्कूल से पूछताछ के बाद यह भी पता चला है कि शीतल नाम के व्यक्ति ने उनके यहां से कोई दसवीं पास नहीं की है।