जालंधर, (संजय शर्मा)-कांग्रेस प्रत्याशी और विधायक सुशील कुमार रिंकू को बड़ी सफलता मिली। वह मिट्ठू बस्ती के समाज सेवक हरभजन सिंह व उनके परिवार का समर्थन हासिल करने में कामयाब रहे। हरभजन सिंह परिवार लंबे समय से कांग्रेस पार्टी से कट कर घर ही बैठा था। कई राजनीतिक पार्टियों ने उनको मनाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने विधायक सुशील रिंकू को अपना समर्थन दिया। सुशील रिंकू ने हरभजन सिंह और उनके परिवार व साथियों को उन्हें समर्थन देने के लिए धन्यवाद दिया। रिंकू ने कहा कि वह अपने हलके के विकास के लिए हर उस व्यक्ति को साथ लेकर चलेंगे। जो हलके की बेहतरी के लिए सोच रखता है और उसके लिए काम करता है।रिंकू ने कहा कि सैशन जज के रीडर के पद से सेवामुक्त हुए हरभजन सिंह 2009 के बाद से ही अलग-अलग दफ्तरों मे जाकर समाज की सेवा में जुटे हैं। वह लोगों को पैंशन लगवाकर दे रहे हैं। रिंकू ने हरभजन सिंह की लंबी उम्र की कामना की। साथ ही विधायक ने बताया कि पंजाब में 2017 में कांग्रेस सरकार आने से पहले जिला प्रशासन और नगर निगम में पैंशन लगवाने के लिए लोगों को एक साल का समय लग जाता था। पैंशन का प्रोसैस बहुत ही लंबा था। लेकिन पंजाब में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद सबसे पहले पैंशन के प्रोसैस को ईजी किया गया। पिछली सरकार ने पैंशन लगवाने वालों के लिए वोटर कार्ड अनिवार्य कर रखा था। जिसकी वजह से बुजुर्गों की पैंशन लगने में कई दिक्कतें पेश आती थीं, लेकिन हमारी सरकार ने इस शर्त को भी खत्म कराया। अब ज्यादा से ज्य़ादा लोग इसका फायदा ले पा रहे हैं।
सुशील रिंकू ने कहा कि मिट्ठू बस्ती में हरभजन सिंह और उनके परिवार का साथ मिलने के बाद हमें काफी मजबूती मिलेगी। रिंकू ने कहा कि वह सभी को साथ लेकर चलने में विश्वास रखते हैं। इस हलके में विकास को जारी रखने के लिए मुझे एक और मौका चाहिए। इसलिए आपके पास वोट मांगने के लिए आए हैं। उन्होंने सभी लोगों से कांग्रेस को वोट देने की अपील की। हरभजन सिंह ने भी कहा कि उनका परिवार पूरी तरह से कांग्रेस के साथ है। हमेशा उनके साथ खड़ा है। इस बार भी वह लोग रिंकू को एक-एक वोट दिलाकर सफल बनाएंगे। रिंकू ने मिट्ठू बस्ती के अर्जुन नगर, भार्गव नगर व बबरीक चौक में विभिन्न चुनावी मीटिंगों का आयोजन किया। इस मौके पर जिला कांग्रेस वर्किंग प्रधान हरजिंदर सिंह लाडा, शहजाद सिंह, मंगत सिंह राठौर, शैंपी परमार, मुसाफिऱ जी, राज कुमार राजू, भूपिंदर सिंह, बलबीर सिंह, गुरमीत सिंह गुरू और बलजीत सिंह भी मौजूद थे।
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