SHIMLA: बर्फबारी के कारण हिमाचल प्रदेश में तीसरे दिन भी दिक्कतें कम नहीं हुई। राजधानी शिमला में लगातार तीसरे दिन भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि सुबह के समय शिमला में धूप खिली रही, लेकिन दोपहर बाद मौसम ने फिर से करवट बदली। करीब 2 बजे के बाद शिमला में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया। राजधानी शिमला के अलावा प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी बर्फबारी दर्ज की गई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला से प्राप्त जानकारी के अनुसार लाहौल स्पीति जिला के कुकुमसेरी में सबसे ज्यादा 7 सैंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई है। इसके अलावा चौपाल में 5 खरदराला में 3 और कल्पा में 2 सैंटीमीटर बारिश व र्बफबारी दर्ज की गई है। वहीं प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश का दौर भी चलता रहा। सबसे ज्यादा बारिश बरठीं में 12, रोहड़ू और नाहन में 10, सराहन और पालमपुर में 9, बिजाही और गोहर में 8, पंडोह में 7, कसोल में 6, करसोग चंबा और मनाली में 5 मिलमीटर बारिश दर्ज की गई है।
बारिश व बर्फबारी से प्रदेश में जनजीवन अभी भी प्रभावित है। शिमला, लाहौल-स्पीति, किन्नौर और चंबा जिलों में सड़कें नहीं खुलने से कई इलाकों का जिला मुख्यालयों से संपर्क कटा हुआ है। भारी बर्फबारी की वजह से इन जिलों के कई गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। सोमवार को बर्फबारी का सिलसिला थमने से प्रशासन ने राहत की सांस ली और सड़कों के बहाली कार्य में तेजी आई।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश भर में सोमवार को तीन नेशनल हाईवे व एक स्टेट हाईवे सहित कुल 495 सड़कें अवरुद्द रहीं। लाहौल स्पीति जिला में सबसे ज्यादा में 165 सड़कों पर आवागमन ठप है। शिमला में 127, चंबा जिला में 116, किन्नौर में 18, हमीरपुर में 01 कुल्लू में 27, मंडी में 27, सिरमौर में 6 और सोलन में 08 सड़कें बंद हैं। राज्य में 626 बिजली ट्रांसफार्मर भी बंद पड़े हैं। चंबा जिला में सर्वाधिक 336 बिजली ट्रांसफार्मर बंद हैं। वहीं शिमला में 154, किन्नौर में 13, कुल्लू में 14, लाहौल-स्पीति में 15, सिरमौर में 64, मंडी में 10 और सोलन में 20 ट्रांसफार्मर बंद रहे। चंबा जिला में 131 पेयजल परियोजनाएं ठप रहीं। इसी तरह शिमला में 73, किन्नौर में 46, लाहौल-स्पीति में 33 और सिरमौर में 5 पेयजल परियोजनाएं प्रभावित हैं।