इन दिनों इजरायल हमास समेत हिज्बुल्लाह के खिलाफ दोहरे मोर्चे पर लड़ रहा है. हालांकि, इसमें सबसे दिलचस्प बात ये है कि हमास और हिज्बुल्लाह दोनों को समर्थन देने वाला एक ही देश है और वो है ईरान. इस वजह से हम कह सकते हैं कि इजरायल का सबसे बड़ा दुश्मन ईरान ही है. इस बीच अमेरिका का एक खुफिया दस्तावेज भी लीक हुआ, जिसमें कई सारे चौंकाने वाले खुलासे हुए, जिसमें कहा गया कि इजरायल ईरान पर मीडियम रेंज की बैलिस्टिक जेरिको-2 मिसाइल से हमला करने की तैयारी में था. ये हमला 16 अक्टूबर को किया जाने वाला था. हालांकि, बाद में उसे रोक दिया गया
जेरिको-2 मिसाइल की बेहद खतरनाक माना जाता है, क्योंकि ये सुपरसोनिक स्पीड से चलती है. इस तरह के मिसाइल को रोकने के लिए ईरान के पास कोई साधन भी मौजूद नहीं है. ये तीन अलग-अलग वैरिएंट में आता है, जिसकी मारक क्षमता 500, 1500 और 4800 km है. ये अलग-अलग आकार और रेंज में आता है. इजरायल ने जेरिको-2 मिसाइल को अपने परमाणु बम के जखीरे में शामिल किए हुए हैं. हालांकि, इसमें न्यूक्लियर बम जैसी खासियत मौजूद नहीं है. इसके बावजूद ये काफी ताकतवर माना जाता है. हालांकि, 2 साल के बाद इजरायली सेना जेरिको-2 मिसाइल को हटा देगी. इस वजह से भी शायद उन्होंने ईरान पर जेरिको-2 मिसाइल से हमला करने के बारे में सोचा होगा.