जालंधर, 29 सितंबर स्थानीय कपूरथला चौक के पास स्थित अल्फा स्कैनिंग सैंटर विवादों में हैं बुखार पीड़ित ने खून जांच करवाया, जिसकी रिपोर्ट दूसरे के नाम पर बना कर मरीज को दे दी जिसकी किसी बीमारी का जिक्र न होने पर मरीज हैरान रह गई। घटना 16 सितंबर की है जब जैसमीन कौर ने तेज बुखार होने पर अल्फा स्कैनिंग सैंटर में विजिट की, जहां उसका ब्लड सैंपल लेकर शाम को रिपोर्ट लेकर जाने को कहा। जब वह शाम को रिपोर्ट लेने पहुंची तो देखकर हैरान रह गई कि उसमें किसी प्रकार की बीमारी नहीं थी, जबकि उसे तेज बुखार था। इसके बाद वह दूसरे लैब गई और वहां से टेस्ट करवाए तो पता चला कि उसको टाइफाइट, जोडीस व इंफैक्शन निकला। जिसके बाद वह काफी दिनों से अल्फा स्कैनिंग सैंटर के डॉ. अरविंद गुप्ता, डॉ. मयंक गुप्ता ने मिलने की कोशिश करते रहे। जब मुलाकात हुई तो उन्होंने टैस्ट को उनकी लैब में होने से इंकार कर दिया। जब जैसमीन ने मोहित को बुलाने को कहा तो पता चला कि टैस्ट उनकी लैबरि पोर्ट बनाई गई थी जिसके एक हजार रुपए लिए थे। उस रिपोर्ट में डॉक्टर के साइन के साथ मरीज को दी गई थी, जिसके बाद मरीज व परिजनों ने कहा कि डॉक्टर बिना देखे किसी रिपोर्ट पर साइन कैसे कर सकते हैं। जब डॉक्टर को जानकारी लगी तो उन्होंने कहा कि इन सबके लिए मोहित जिम्मेदार है और उसपर पुलिस कार्रवाई करवाएंगे। मरीज के परिजनों के काफी हंगामे के बाद डॉक्टरों ने मोहित को बुलाकर सारे घटनाक्रम को सुलझाने की बात कही, वहीं मोहित पिछले 4 दिनों से ऑफिस नहीं आ रहा है। जिसके बाद डॉक्टर उसके घर गए लेकिन खबर लिखे जाने तक अल्फा लैब के डॉक्टर टालमटोल करते रहे।