जालंधर,(विशाल)-कोविड-19 के मरीजों के इलाज पर अतिरिक्त खर्चा वसूल कर लाभान्वित हो रहे अस्पतालों के खिलाफ जिला प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा। डिप्टी कमिश्नर जालंधर घनश्याम थोरी ने कहा कि यदि कोई अस्पताल या डॉक्टर कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों का शोषण करता है तो जिला प्रशासन उनके खिलाफ महामारी रोग अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे अस्पतालों को बंद करने या अपने नियंत्रण में लेने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि ऐसी शिकायतें थीं कि निजी अस्पताल सरकार द्वारा निर्धारित दरों से अधिक शुल्क वसूल कर मरीजों से ठगी कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई अस्पताल ऐसा करते पाया गया तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी निजी अस्पताल किसी भी मरीज के लिए खुले हैंवे मजबूरी का फायदा नहीं उठाएंगे, सरकार के पास चूक करने वाले अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।उन्होंने कहा कि हमारे सरकारी और निजी डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ ने इस कठिन समय में लगन से लोगों की सेवा करके एक अच्छा उदाहरण पेश किया है लेकिन व्यवस्था में कुछ लोग हैं जो स्थिति का अनुचित लाभ उठा रहे हैं और लोगों को धोखा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे लोग पूरे पेशे की छवि खराब कर रहे हैं। उन्होंने ऐसे तत्वों को अपनी गतिविधियों को तत्काल बंद नहीं करने पर कड़ी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी।