जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने मानवीय पुलिसिंग की नई मिसाल की पेश

जालंधर,(विशाल)-जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने कोरोना वायरस महामारी के दौर में मानवीय पुलिसिंग के तौर पर एक और मिसाल पेश करते हुए शहर के नागरिकों के लिए कोविड टीकाकरण को यकीनी बनाने के लिए स्थानीय पुलिस अस्पताल के दरवाज़े खोल दिए हैं। इस बारे में और ज्यादा जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर, जो इस महामारी के फैलने के बाद से ही पुलिस फोर्स का बहादुरी से नेतृत्व कर रहे हैं, ने बताया कि पुलिस अस्पताल में पुलिस कर्मचारियों का टीकाकरण चल रहा है, जो कोविड 19 विरुद्ध लड़ाई में फ्रंटलाईन योद्धा हैं। उन्होनें कहा कि कोरोना के बढ जाने से जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने लोगों प्रति अपनी ज़िम्मेदारी को बखूबी समझते हुए स्थानीय निवासियों के लिए पुलिस अस्पताल खोल दिया हैं और बड़ी संख्या में योग्य नागरिक हर रोज इस पुलिस अस्पताल में टीकाकरण करवा रहे हैं।पुलिस कमिश्नर ने संकट की घड़ी में लोगों की सेवा के लिए जालंधर कमिश्नरेट पुलिस की दृढ़ वचनबद्धता को दोहराते हुए कहा कि कानून व्यवस्था को कायम रखने के इलावा पुलिस की तरफ से लोगों को राहत पहुँचाने के लिए हर संभव प्रयत्न किए जा रहे है। उन्होनें बताया कि पुलिस अस्पताल में अब तक 3168 व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा चुका है, जिसमें से 789 पुलिस कर्मचारी हैं, 143 उनके पारिवारिक सद्स्य और 2236 व्यक्ति स्थानीय नागरिक हैं। भुल्लर ने कहा कि कमिश्नरेट पुलिस नागरिकों की सेवा के लिए वचनबद्ध और संकट की इस घड़ी में लोगों को राहत पहुँचाने को सुनिश्चत करने में कोई कमी बाकी नहीं छोड़ी जा रही।ज़िक्रयोग्य है कि डिप्टी कमिश्नर पुलिस गुरमीत सिंह इस कैंप के इंचार्ज हैं। गौरतलब है कि जिले में अमन -कानून को बनाए रखने के इलावा कमिश्नरेट पुलिस की तरफ से लोगों को राहत पहुँचाने में अहम भूमिका निभाई जा रही है। पिछले साल मार्च में महामारी की शुरूआत से ले कर अब तक कमिश्नरेट पुलिस की तरफ से जरूरतमंद व्यक्तियों को सूखे राशन के 5.73 लाख पैक्ट और पकाऐ हुए खाने के 44932 पैक्ट बाँटे जा चुके हैं। इसी तरह कानून व्यवस्था में भी पुलिस की तरफ से कर्फ़्यू /तालाबन्दी नियमों का उल्लंघन करने पर 2002 एफ.आई.आर. दर्ज की गई हैं और उल्लंघन करने वालों से लगभग 4.50 करोड़ रुपए वसूले गए हैं।इस दौरान लाडोवाली रोड, जालंधर की निवासी श्रीमती ऊषा ने जालंधर कमिश्नरेट पुलिस की इस पहलकदमी का स्वागत करते हुए कहा कि कमिश्नरेट पुलिस के इस प्रयत्न से उसे अपने घर के नज़दीक ही टीका लगवाने में मदद मिली है। उसने कहा कि बुज़ुर्ग होने के कारण उसके लिए दूर जाना बहुत मुश्किल था और कमिश्नर पुलिस के प्रयासों से उसे घर के नज़दीक टीका लगवाने की सुविधा प्राप्त हो गई। इसी तरह गुरू तेग़ बहादुर नगर निवासी श्रीमती जोतिका ने भी कमिश्नरेट की तरफ से उठाए कदम की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह एक नया मील का पत्थर है, जिसका उदेश्य निवासियों को टीकाकरण करवाने की सुविधा देना है, जिससे कोविड महामारी विरुद्ध लड़ी जा रही जंग जीतने में सहायता मिलेगी

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