जालंधर, (संजय सर्मा)-कन्या महाविद्यालय के पोस्ट ग्रैजुएट डिपार्टमेंट आफ हिंदी की ओर से गुरु तेग बहादुर जी की वाणी का मंतव्य और सन्देश विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। डायरेक्टर शिक्षा विभाग कालेजिज, एस.ए.एस. नगर, पंजाब के साथ मिलकर आयोजित इस संगोष्ठी में डॉ. हरमहेंदर सिंह बेदी, चांसलर, केन्द्रीय विश्वविद्यालय, धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश, स्रोत वक्ता के रूप में उपस्थित हुए। विद्यालय प्राचार्या प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने डॉ. बेदी का स्वागत करते हुए अपने संबोधन में कहा कि विद्यार्थियों को भारतीय जीवन मूल्यों एवं भारत की समृद्ध मानवीय एवं सांस्कृतिक विरासत की सशक्त पृष्ठभूमि से परिचित करवाने के लिए ऐसे विषय पर संगोष्ठी को कारगर माध्यम बताया। डॉ. बेदी ने अपने संबोधन में श्री गुरु तेग बहादुर जी के जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं का उल्लेख करते हुए भारत के सामाजिक, सांस्कृतिक इतिहास में उनके महत्वपूर्ण योगदान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गुरु जी की वाणी में निहित मुक्ति, प्रेम, त्याग, सहयोग, शान्ति ओर सौहार्द जैसे मानवीय मूल्यों को आधुनिक युग की सामाजिक, राजनितिक एवं सांस्कृतिक परिस्थितियों के सन्दर्भ में अपनी मातृभूमि के लिए आत्मगौरव की भावना का संचार कर सभी को अन्याय, अत्याचार आदि का सामना करने के लिए एकजुट किया।