जालंधर,(संजय शर्मा/विशाल)-केंद्र सरकार की ओर से पारित किए गए कृषि सुधार कानून के विरोध में किसानों की ओर से 26 मार्च को भारत बंद के आह्वान के तहत शुक्रवार को सुबह से ही किसान संगठनों के अलावा सिख संगठनों के सदस्यों ने भी शहर में मार्च निकाला। इस दौरान शहर के जीटी रोड से लेकर अंदरूनी इलाकों में भी दुकानें नहीं खोलने दी। वहीं, जिला प्रशासकीय कांप्लेक्स में चल रहे काम को बंद करवाने के लिए भी जिले के विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने तहसील कांप्लेक्स में चल रहा प्रापर्टी की रजिस्ट्री का काम बंद करवा दिया।तहसील के अंदर सब रजिस्ट्रार लखविंदर पाल सिंह गिल प्रापर्टी की रजिस्ट्रियां कर रहे थे। लेकिन संगठनों के विरोध को देखते हुए तुरंत काम बंद कर दिया गया। इस दौरान वहां पर काम करवाने के लिए पहुंचे लोग बैरंग घर को लौट गए। देखते ही देखते पूरा प्रशासनिक कांप्लेक्स खाली हो गया। मौके पर पहुंचे जतिंदर पाल सिंह, तेजिंदर सिंह व गुरिंदर सिंह ने बताया कि किसान अपनी जायज मांगों को लेकर पिछले लंबे समय से रोष प्रदर्शन करने को विवश हो चुके हैं।बावजूद केंद्र सरकार उनकी मांगें मानने को तैयार नहीं है। यही कारण है कि केवल किसान ही नहीं बल्कि हर वर्ग में सरकार के प्रति रोष बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों की इस मुश्किल घड़ी में हर वर्ग को उनका सहयोग करना चाहिए। इस मौके पर संगठनों के प्रतिनिधियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की