चंडीगढ़ पंजाब सरकार ने ए.बी.-सरबत सेहत बीमा योजना के अंतर्गत 22 फरवरी से 16 मार्च तक लाभार्थीयों के 9,55,489 ई-कार्ड बनाकर रिकार्ड कायम किया है। यह खुलासा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के प्रमुख सचिव हुस्न लाल ने प्रयास भवन सैक्टर-38 चण्डीगढ़ में एक उच्च स्तरीय मीटिंग के दौरान किया। मीटिंग का नेतृत्व करते हुए हुस्न लाल ने विशेष तौर पर पंजाब मंडी बोर्ड और खाद्य एवं सिविल स्पलाई विभाग को लाभार्थीयों के ई-कार्ड बनाने की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए क्योंकि उक्त दोनों विभाग इस बीमा योजना के बड़ी संख्या में लाभार्थीयों को कवर करते हैं। उन्होंने कहा कि सभी सम्बन्धित विभाग लाभार्थीयों के अपडेटिड विवरण स्टेट स्वास्थ्य एजेंसी को मुहैया करवाएं जिससे यह यकीनी बनाया जा सके कि सभी योग्य लाभार्थी नीति के अगले साल अधीन कवर किये जाएँ और कोई भी योग्य लाभार्थी वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि राज्य स्वास्थ्य एजेंसी ने राज्यभर में ई-कार्ड बनाने के लिए 22 फरवरी से 28 फरवरी तक एक हफ्ते की व्यापक मुहिम चलाई और राज्य में अब तक 69.40 प्रतिशत योग्य परिवारों को ए.बी.-सरबत सेहत बीमा योजना के अंतर्गत कवर किया जा चुका है।राज्य स्वास्थ्य एजेंसी के सी.ई.ओ. श्री अमित कुमार ने कहा कि सभी जिलों में ई-कार्ड बनाने की प्रक्रिया जोरों पर चल रही है जिसमें परिवारों के ई-कार्ड बनाने के लिए फाजिल्का, पठानकोट, जालंधर क्रमवार पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब में यह योजना 20 अगस्त 2019 से शुरू हुई और राज्यभर में 6,01,766 से अधिक मरीजों को सरकारी और निजी अस्पतालों में दाखिल करवाकर 673.62 करोड़ रुपए का नकदी रहित इलाज मुहैया करवाया गया। अमित कुमार ने आगे बताया कि पंजाब में सिर्फ 1.5 साल के दौरान 822 प्राईवेट और सरकारी अस्पतालों को सूचीबद्ध करने और औसतन 1500 लाभार्थीयों को इलाज मुहैया करवाने से देश का बेहतर प्रदर्शन दिखाने वाला राज्य बन गया है। उन्होंने कहा कि यह एक बीमा आधारित स्कीम है, इसके लिए बीमा कंपनी से मिलकर नियमित आधार पर योजना की समीक्षा की जा रही है जिससे सभी शिकायतों का जल्द निपटारा, स्वीकृतियां देना और दावों का समय पर हल करना यकीनी बनाया जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि स्टेट हैल्थ एजेंसी की तरफ से हाल ही में एक फीडबैक पोर्टल विकसित करके विलक्षण पहलकदमी की गई है, जिसके अंतर्गत इलाज का लाभ लेने वाले सभी लाभार्थीयों से संपर्क किया जाता है और कई मापदण्डों के आधार पर उनकी फीडबैक ली जाती है और इसके साथ ही नकद रहित इलाज सुविधाओं सम्बन्धी उनकी संतुष्टि बारे भी जाना जाता है। इस पोर्टल के द्वारा सरकार लाभार्थीयों से सीधे तौर पर संपर्क स्थापित करती है और यदि मरीज को इलाज सुविधा लेने में मुश्किल आती है तो उनके मामले को पुरजोर ढंग से पेश करने के लिए मदद करती है। उन्होंने कहा कि ए.बी.-सरबत सेहत बीमा योजना अधीन अब तक 99.45 करोड़ रुपए की लागत से 11,062 से अधिक दिल की सर्जरियां, 36.89 करोड़ रुपए की लागत से 180,660 डायलसिस, 34.07 करोड़ रुपए की लागत से 4,265 जोड़ों के ऑपरेशन और 23.04 करोड़ रुपए की लगात से 10,958 से अधिक कैंसर के मरीजों का इलाज किया गया है