जालंधर- (विशाल)-लड़कियों के लिए मुफ़्त ड्राइविंग प्रशिक्षण क्लासों के पहले पड़ाव की सफलता के बाद डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने मंगलवार को’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ मुहिम के अंतर्गत लड़कियों के लिए ड्राइविंग पाठ्यक्रम के दूसरे पड़ाव की शुरुआत की। दूसरे कैंप की शुरुआत 50 लड़कियों के साथ की गई है और ज़िला प्रशासन की तरफ से और लड़कियों को आने वाले दिनों में अलग -अलग समूहों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। पहले पाठ्यक्रम में 70 लड़कियों की तरफ से सफलतापूर्वक ट्रेनिंग ली गई थी।कोचिंग में हरेक क्लास दौरान 8किलोमीटर लाज़िमी प्रशिक्षण के साथ एक ही समय थ्यूरी और प्रैक्टिकल सैशन शामिल होंगे।डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने कहा कि लड़कियों को आज के मुकाबलो भरे युग में आत्मनिर्भर बनाने के लिए ज़िला प्रशासन की तरफ से इस प्राजैकट के दूसरे पड़ाव की शुरुआत करने का फ़ैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की तरफ से समाज के अलग -अलग क्षेत्रों में औरतों के सशक्तिकरण को यकीनी बनाने के लिए पहले भी कई कदम उठाए गए हैं चाहे वह कैरियर की संभावना हो या सामाजिक ज़िंदगी। उन्होंने कहा कि आज के प्रतियोगी दौल में ड्राइविंग का हुनर काफ़ी अहम है और कई बार रोज़गार के नज़रिए से महत्वपूर्ण साबित होता है। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि लड़कियों के लिए ऐसे कैंप लगाना समय की ज़रूरत है जिससे उनको रोज़गार के समान मौकों का लाभ मिल सके डिप्टी कमिश्नर ने आगे कहा कि कैंप की समाप्ति के बाद प्रशासन की तरफ से लड़कियों को ट्रांसपोर्ट विभाग से लर्नर का ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करन में भी सहायता की जायेगी। थोरी ने कहा कि इन प्रयासों का मुख्य उद्देश्य लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाना और उनमें विस्वास पैदा करने में मदद करना है जिससे ड्राइविंग के हुनर की कमी कारण वह किसी मौके को हाथों से न जाने दें। उन्होंने कहा कि इस नए हुनर से लड़कियों को एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा।डिप्टी कमिश्नर ने अपने कैरियर में सफलता प्राप्त करने के लिए लड़कियों के साथ कई सुझाव भी सांझे किये। इस मौके डीपीओ गुरमिन्दर सिंह रंधावा, डीसीपीओ अजय भारती, सीडीपीओ अमरीक सिंह और एलपीओ सन्दीप कुमार भी मौजूद थे।