शाहकोट, कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ दिल्ली में किसान आंदोलन लगातार जारी है। संघर्ष के दौरान अब तक लगभग 40 किसानों की मौत हो चुकी है। बावजूद इसके किसानों का हौसला पस्त नहीं हुआ और कानून रद करवाने के लिए किसान डटे हुए हैं। उक्त बातें कन्वीनर भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहा जिला जालंधर के मोहन सिंह बल ने गांव बाहमणिया में आयोजित समारोह में किसानों को श्रद्धांजलि देते हुए कही।यूनियन के नेता मास्टर गुरचरण सिंह चाहल ने तीनों कानूनों को किसान व अन्य वर्गों के खिलाफ बताया। समागम में किसान महिलाएं भी शामिल थी। समागम को हरनेक सिंह मालड़ी, मास्टर कुलदीप सिंह, ब्लाक समिति सदस्य कश्मीर सिंह नड्डा, मास्टर कमलदीप सिंह आदि ने भी संबोधन किया।