जालंधर ने सेवा केन्द्रों में जीरो पेंडेंसी के लिए जीता स्कॉच अवार्ड

जालंधर,(विशाल)- डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी के नेतृत्व में ज़िला प्रशासन को नागरिक सेवाओं में सुधार के लिए स्कॉच सिलवर अवार्ड के साथ सम्मानित किया गया। यह अवार्ड एक स्वतंत्र संगठन की तरफ से दिये जाने वाला देश में सर्वोच्च और राष्ट्रीय स्तर का सम्मान है। इस बार कोविड महामारी के कारण मुकाबलों के सभी छह पड़ाव वर्चुअल ढंग से करवाए गए, जिनमें जालंधर द्वारा प्रेजेन्टेशन दी गई और आखिरी दौर में प्रशासन को अवार्ड के साथ सम्मानित किया गया। डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने प्रशासन की समूची टीम की प्रशंसा करते हुए कहा कि स्कॉच अवार्ड आधिकारियों /कर्मचारियों के संयुक्त प्रयासों से प्राप्त हुआ है, जिन्होंने निर्धारित समय में लोगों को सेवाएं मुहैया कराने को विश्वसनीय बनाने के लिए सहृदय और मिसाली प्रयास किये। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने जालंधर के लिए “ज़ीरो पैंडैंसी नीति को अपनाया, जिसके लिए तहसील व सब तहसील स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किये गए। इन प्रयासों के तहत नागरिक आवेदनों को अंतिम मंजूरी से पहले उस पर कार्रवाई करने वाले सभी आधिकारियों /कर्मचारियों की कार्यवाही का मूल्यांकन किया गया। उन्होंने कहा कि मैनेजमेंट इन्फर्मेशन सिस्टम (एमआईएस) के द्वारा हर कार्यालय की आवेदन प्रक्रिया से सम्बन्धित कार्यवाही की रोज़ाना निगरानी की जाती है। थोरी ने कहा यदि कोई अर्ज़ी पेंडिंग पाई जाती है तो वह तुरंत सम्बन्धित अधिकारी को भेज दी जाती है और नोडल अधिकारी सचेत हो जाते हैं, जिनका काम बिना किसी देरी के आवेदन की प्रक्रिया को विश्वसनीय बनाना है। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि ज़ीरो पेंडेंसी पहुंच सम्बन्धित विभाग के आधिकारियों और ज़िला प्रशासन के दरमियान दो-तरफा जानकारी के परवाह को उत्साहित करने के लिए तैयार की गई है।उन्होंने कहा कि इस से प्रशासन न सिर्फ़ पेंडेंसी की पहचान करता है बल्कि पेंडेंसी के मुख्य कारणों को रिकार्ड करता है, ताकि भविष्य में उसी कारण से होने वाली किसी भी पेंडेंसी को रोकने के लिए संबंधित विभाग की तरफ से कदम उठाए जा सकें। पेंडेंसी खत्म करने वाले आधिकारियों / कर्मचारियों को ज़ीरो पैंडैंसी के लिए सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि इससे दूसरों को भी उनकी तरह मेहनत करने के लिए प्रेरणा मिलेगी। डिप्टी कमिश्नर ने आगे बताया कि प्रशासन की ईमेल, हैल्पलाइन नंबर और फेसबुक पेज पर नागरिकों की शिकायत प्राप्त करने और उनके रिकार्ड होने के 24 घंटों के अंदर -अंदर शिकायत को हल करन के लिए सिस्टम तैयार किया गया है। इसके अलावा प्रशासन द्वारा उन नागरिकों, जिन्होंने सेवा केंद्र की सुविधाओं को पिछले सात दिनों के अंदर प्रयोग किया है, से उनके कीमती सुझाव और फीडबैक भी प्राप्त किये जाते हैं। जालंधर पंजाब का प्रमुख ज़िला है, जो सेवा केन्द्रों में आवेदनपत्र की 0.01 प्रतिशत पेंडेंसी रखता है और लोगों को नागरिक केंद्रित सेवाएं जल्दी मुहैया करवाने को यकीनी बना रहा है। इससे पहले जालंधल ज़िला सेवा वितरण सुधार की श्रेणी में मिलने वाले प्रधानमंत्री अवार्डों की टॉप फाइव सूची में राज्य में से पहला और एकमात्र ज़िला था

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