जालंधर (विशाल) आज युवा कांग्रेस जालंधर ने किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च का आयोजन किया,गया जिनकी मृत्यु विभिन्न कारणों से खेतों के कानून का विरोध करते हुए हुई थी। बॉब मल्होत्रा और श्री राज जायसवाल द्वारा सैकड़ों प्रदर्शनकारियों के साथ मार्च आयोजित किया गया, जो मॉडल हाउस चौक से माता रानी चौक, जालंधर तक शुरू हुआ। मार्च के दौरान अंगद दत्ता ने कहा कि तीन विवादास्पद फार्म कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन ने गति पकड़ी और 18 वें दिन में प्रवेश किया, यह सामने आया है कि विभिन्न कारणों से 26 नवंबर के बाद से कम से कम 15 किसानों की मौत हो गई है । मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले दो हफ्तों में औसतन एक शव पंजाब से दिल्ली के सिंघू और टिकरी बॉर्डर पर हर दिन वापस आ रहा है, लेकिन सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं ले रही है। सिर्फ पुरुष ही नहीं, यहां तक कि महिलाओं ने भी जारी हलचल के दौरान अपनी जान गंवा दी है क्योंकि किसान संगठनों ने दावा किया है कि अब तक दो महिला प्रदर्शनकारियों की भी हृदय गति रुकने से मौत हो गई है। उन्होंने आगे कहा कि मौतें चौंकाने वाली, अविश्वसनीय और अस्वीकार्य हैं और पूरी कांग्रेस पार्टी हर मुद्दे पर किसानों के साथ एकजुट है। हमारा दिल और आत्मा किसानों के साथ है, पंजाब के किसानों द्वारा शुरू किया गया विरोध अब अखिल भारतीय हो गया है। हालांकि यह स्पष्ट रूप से दिखता है कि कृषि कानूनों का संबंध कृषि से है, लेकिन खेत मजदूरों, कमीशन एजेंट, कारीगरों, यांत्रिकी और छोटे व्यापारियों सहित समाज के लगभग सभी वर्ग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से समान रूप से प्रभावित होंगे। बॉब मल्होत्रा ने कहा कि असामयिक कैसुलेटी और मौत के बावजूद मोदी सरकार ने इस मुद्दे पर कोई चिंता और गंभीरता नहीं दिखाई है। क्या इससे पीएम मोदी का दिल नहीं पसीजा?