परमेशर को पाने के लिए उसके प्रति अनंत श्रदा व प्यार होना अति आवश्यक है : आचार्य हेमानंद जी

जालंधर, (संजय शर्मा)-अर्जुन नगर में डेरा बाबा रुद्राननद ऊना हिमाचल प्रदेश से पधारे सुग्रीवानन्द महाराज के शिष्य आचार्य हेमानंद जी का हिमाचल वासियों ने दविंदर मिंटू की अधयक्षता में पुष्प वर्षा कर जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर आचार्य हेमानंद जी ने कहा कि संसार में आये है तो ये दुर्लभ शरीर दोबारा नहीं मिलेगा और इस शरीर का पूरा लाभ उठाते हुए परमेश्वर को पाना ही प्रथम लक्ष्य होना चाहिए, परमेशर को पाने के लिए उसके प्रति अनंत श्रदा व प्यार होना अति आवश्यक है, और कहा परमेश्वर के उन अनंत नाम है और उन अनंत नामो में से परम ब्रह्म नाम है जिसके मात्र सच्चे मन से पुकारने व याद करने से परमेश्वर बिगड़ी को बनता है और श्रदालु कि हर इच्छा व कामना को पूरा करता है और कहा कि कथाओं में लिखा गया है कि यदि कोई भक्त सच्चे मन से प्रभु को याद कर आराधना करता है तो प्रभु उसकी और दस कदम बढ़ाते है और वक्त कि मनोकामनाओं को सोचने मात्र से ही पूरा कर देते है और कहा कि परमेश्वर को पाने के लिए पहले ध्यान लगाना अति आवश्यक है इस अवसर पर भाजपा नेता किशनलाल शर्मा ने साथियों सहित आचार्य हेमानंद जी का माला पहना कर स्वागत किया और आशीर्वाद प्राप्त किया इस अवसर पर प्रदीप शर्मा, संजीव शर्मा, परवीन शर्मा, दीपक शर्मा, सतपाल शर्मा, ऋतिक शर्मा, किशोरीलाल शर्मा आदि भारी संख्या माताएं, बजुर्गों ने आचार्य कि आशीर्वाद प्राप्त किया।

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