कालांवाली सिरसा, (पवनशर्मा)-केन्द्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीन कृषि अध्यादेशों के विरोध में किसानों द्वारा आगामी 6 अक्तूबर को सिरसा में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला व बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह के आवास घेराव को लेकर विभिन्न किसान संगठनों की एक मीटिंग हिसार के किसान भवन में आयोजित की गई। मीटिंग में प्रदेशभर से किसान संगठनों के पदाधिकारियों ने भाग लिया। हरियाणा किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने बताया कि 6 अक्तूबर के घेराव को लेकर रणनीति बनाई गई और संगठनों के पदाधिकारियों की ड्यूटियां भी लगाई गई है। उन्होंने बताया कि सिरसा में भी 29 सितंबर को स्थानीय जाट धर्मशाला में किसान संगठनों के पदाधिकारियों की एक मीटिंग रखी गई है, जिसमें घेराव की रणनीति तैयार की जाएगी। भारूखेड़ा ने बताया कि सरकार कोविड की आड़ लेकर तानाशाही रवैया अपनाते हुए नीतियां बना रही हैं, जिसे किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने हाल ही में तीन किसान विरोध अध्यादेश पारित किए, जिनपर बीते दिवस राष्ट्रपति ने भी हस्ताक्षर कर उन्हें कानून का रूप दे दिया। कल का दिन देश के इतिहास में किसानों के काले दिन के रूप में लिखा जाएगा। क्योंकि सरकार के ये तीनों अध्यादेश किसानों के लिए कम और पूंजीपतियों के लिए अधिक लाभकारी होंगे। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से इन कानूनों के प्रति किसानों में पनप रहे गुस्से को शांत करने के लिए तरह-तरह के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन अब देश का किसान जाग चुका है और सरकार की चिकनी चुपड़ी बातों में नहीं आने वाला है। भारूखेड़ा ने किसानों से आह्वान किया है कि 6 अक्तूबर को उपमुख्यमंत्री व बिजली मंत्री के आवासों के किए जा रहे घेराव में बढ़ चढक़र भाग लें और दोनों से इस्तीफे की मांग करें।