जालंधर, बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व सांसद डॉ. अवतार सिंह करीमपुरी ने चंडीगढ़ में हरियाणा विधानसभा के लिए जमीन देने का विरोध किया है। इस मामले में उन्होंने कहा कि केंद्र की सत्ता में जो भी सरकारें रही हैं, वे पंजाब को आज तक उसकी राजधानी नहीं दे पाईं।
पहले केंद्र में लंबे समय तक कांग्रेस की सरकार रही, लेकिन वह भी पंजाब को उसकी राजधानी नहीं दे पाई। अब जब केंद्र में भाजपा की सरकार है तब भी हालात ऐसे ही हैं। बसपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पंजाब के लोगों के लिए राजधानी चंडीगढ़ का मुद्दा बहुत ही भावनात्मक है। इसलिए केंद्र की भाजपा सरकार को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर ऐसा कोई भी काम नहीं करना चाहिए, जो कि पंजाब के चंडीगढ़ पर दावे को कमजोर करता हो। प्रदेश की आप सरकार भी इस मामले में अपनी बनती जिम्मेवारी नहीं निभा सकी, जबकि उसे इस मामले में सख्त स्टैंड लेना चाहिए था। डॉ. अवतार सिंह करीमपुरी ने कहा कि आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल के कारण पंजाब की आप सरकार इस मामले में सख्त स्टैंड नहीं ले पा रही है। बसपा प्रदेश अध्यक्ष ने पंजाब के लोगों से भी अपील की कि राजधानी चंडीगढ़ के मामले में वे आगे आएं, ताकि केंद्र की भाजपा सरकार इस मामले में कोई भी फैसला पंजाब के लोगों की भावनाओं के उलट जाकर ना ले पाए। इसके साथ-साथ कांग्रेस का भी पंजाब विरोधी चेहरा उजागर करना चाहिए, जो कि केंद्र की सत्ता में लंबे समय तक काबिज होते हुए भी पंजाब को उसकी राजधानी नहीं दे पाई।
इसके अतिरिक्त उन्होंने ये भी कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के मामले में भी सीनेट चुनाव ना करवा कर लोकतांत्रिक व्यवस्था का गला घोंटा जा रहा है। केंद्र का यह फैसला भी पूरी तरह संविधान विरोधी है और बसपा इस पर सख्त विरोध दर्ज करवाती है।