जालंधर, बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मा पिंड चौक जालंधर में श्री शनिदेव महाराज जी के जन्मोत्सव पर विशेष आलौकिक हवन-यज्ञ का आयोजन किया गया।सर्व प्रथम ब्राह्मणों द्वारा मुख्य यजमानों से विधिवत षोढषोपचार पूजन,नवग्रह पूजन, पंचोपचार पूजन उपरांत हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाई ।
श्री शनिदेव महाराज जी के निमित्त आलौकिक हवन-यज्ञ के उपरांत सिद्ध मां बगलामुखी धाम में वीरवार की शाम को शनि जयंती के उपलक्ष्य में एक अलौकिक हवन यज्ञ का आयोजन किया गया जिसमें पंजाब के अलग-अलग जिलों में भक्तजनों मां बगलामुखी धाम में आकर हवन यज्ञ पर आहुतियां डालकर शनिदेव की कृपा का आशीर्वाद लिया। इस अलौकिक हवन यज्ञ के उपरांत सिद्ध मां बगलामुखी धाम के प्रेरक प्रवक्ता नवजीत भारद्वाज जी ने आए शनिभक्तों को शनि जयंती की शुभकामनाएं देते हुए भगवान शनिदेव की लीलाओं के बारे में समझाते हुए कहा कि पृथ्वी के न्यायाधीश और न्याय देवता भगवान शनिदेव के चमत्कार को कौन नहीं जानता। शनिदेव की कृपा जिस पर हो जाए तो वह दिन दूनी रात चौगनी तरक्की करता है। अगर उनकी कुदृष्टि अगर जिस व्यक्ति पर पड़ जाए तो उसे राजा से रंक बनने में देर नहीं लगती। शनि महाराज की आज शनि जयंती है। बस जरूरत है तो आचरण ठीक बनाए रखने और धर्मानकूल कार्य करने की। नवजीत भारद्वाज जी के अनुसार शनि जयंती के बाद भारत की प्रगति के साथ-साथ विज्ञान के क्षेत्र में उन्नति के योग बन रहे हैं। शनिदेव गरीबों में बसते हैं, हमारे देश में जो गरीबी रेखा के स्तर से नीचे जीवन यापन करते हैं उन्हें उन्नति के प्रबल अवसर मिलेंगे। शनिदेव महान्यायाधीश माने जाते हैं जो आपके सभी कर्मों पर नजर बनाए रहते हैं और आपके कर्मों के अनुसार आपको सजा भी देते रहते हैं।
नवजीत भारद्वाज जी ने कहा कि शनिदेव का कश्यप वंश है, वो कश्यप अवतार के प्रतीक हैं, कश्यप मुनि के पौत्र हैं, सूर्य पुत्र हंै, छाया संतान, नारायण के अनन्य भक्त हैं और देवाधिदेव महादेव के शिष्य हैं। कर्मफल विधाता और भाग्यविधाता हैं शनिदेव। मानव जीवन के किए गए कर्मों के विपुल भंडार में से किस कर्म को कितना किस प्रकार भुगतना है, यही काम शनिदेव का है। अगर आपके कर्म ठीक हैं तो शनिदेव आपको राजा बना देते हैं लेकिन कर्म अगर ठीक नहीं है तो कर्मों को भुगतना कर सही मार्ग पर लाने का काम शनिदेव ही करते हैं। उन्होंने ने बताया कि लोगों को शनिदेव से डरना नहीं चाहिए क्योंकि शनिदेव कर्मफल दाता है । इसीलिए मानव जीवन में कर्मों में शुद्धिकरण और कर्मों में विश्वास का ही दूसरा नाम शनिदेव है। शनि जयंती को लेकर नवजीत भारद्वाज ने कहा कि शनि जयंती एक अद्भुत पर्व है। साल 2024 का शनि जयंती कई कारणों से विलक्षण भी है। 3 मई से ही खगोलीय बदलाव सकारात्मक है । *इस शनि जयंती पर अद्भुत घटना घट रही है कि छह के छह घर एक लाइन में हैं । इसी दौरान वृषचक राशि में पंचगिरी योग है जो अपने आप में बड़ा अद्भुत है और सबसे बड़ी बात है कि मंगल देव अपनी मूल त्रिकोण राशि मेष में रहेंगे और गुरुची नामक राजयोग बनाएंगे। वहीं शनिदेव शशनामक पंच महापुरुष योग में भी रहेंगे और वो अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में विराजमान रहेंगे । इस दौरान वृषभ राशि में वृहस्पति देव का प्रवेश है और वहाँ पर पंच गृह योग बना रहे हैं
इस अवसर पर श्री कंठ जज,श्वेता भारद्वाज, निर्मल शर्मा,पूनम प्रभाकर,सरोज बाला, रूपम प्रभाकर,मन्नत भारद्वाज,मंजू, जन्नत भारद्वाज,रजनी, अंजू बाला,राकेश प्रभाकर,समीर कपूर, पियुश विज, अमरेंद्र कुमार शर्मा, तेजस भारद्वाज , समीर चोपड़ा, नवदीप, उदय ,रमन,अजीत कुमार , बावा खन्ना, अशोक कुमार, विनोद खन्ना, बिल्ला परीमहल, हैप्पी,नवीन जी, कुशल शर्मा,जोगिंदर सिंह, मनीष शर्मा, सुक्खा अमनदीप , अवतार सैनी, परमजीत सिंह, रमेश , सतीश ,गौरी केतन शर्मा, दिशांत शर्मा,सैनी, प्रदीप शर्मा,अजय शर्मा, सोनू , सरोज बाला, सुरेन्द्र सिंह , रिंकू सैनी,दीपक , प्रदीप , संजीव , प्रिंस ,नन्ना , प्रवीण,राजू, अमनदीप शर्मा, जानू ,गुरप्रीत सिंह, विरेंद्र सिंह, अमन शर्मा, वरुण, दीलीप, लवली शर्मा, लक्की, रोहित, आर्यन अग्रवाल ,कमल , बिट्टा,विशाल , सोनू ,कालीया, सुक्खा ,अश्विनी शर्मा , रवि भल्ला, विजय प्रभाकर,राज प्रभाकर, राजेंद्र छाबड़ा,जगदीश, सुनील जग्गी, राकेश ,दीपक, प्रिंस कुमार, नरेंद्र कुमार मैहरा, मेजर, सुमीत , विनोद,बबी ,लेख राज,पप्पू ठाकुर, गौरी केतन शर्मा,बलदेव सिंह भारी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।हवन-यज्ञ उपरांत विशाल लंगर भंडारे का आयोजन किया गया।