जालंधर, गरीब व पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए चलाई गई बैकवर्ड रीजन ग्रांट फंड योजना केंद्र की मोदी सरकार ने साल 2015 में बंद कर दी है जिससे पिछड़े इलाकों के लोगों को केंद्र सरकार से मिलने वाली वित्तीय मदद रुक गई है। यह खुलासा जालंधर से लोकसभा सदस्य सुशील कुमार रिंकू की तरफ से संसद में पूछे गए एक सवाल के जवाब में हुआ जिसमें केंद्र सरकार ने यह साफ किया है कि अब यह स्कीम नहीं चल रही है।
सांसद द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में यह भी पता चला है कि केंद्र सरकार ने स्कीम के तहत पंजाब से सिर्फ होशियारपुर जिले को ही शामिल किया था जिसे 76 करोड रुपए की ग्रांट भी प्राप्त हुई थी। इसके अलावा स्कीम में राज्य के किसी भी जिले को शामिल नहीं किया गया। सांसद ने कहा की स्कीम का उद्देश्य गरीब व पिछड़े वर्ग से संबंधित लोगों के कल्याण के लिए केंद्र की मदद मुहैया करवाना था लेकिन इस स्क्रीम को सरकार ने बंद ही कर दिया है।उन्होंने कहा कि ये बड़े ही दुख की बात है कि केंद्र सरकार की तरफ से इस साल पेश किये गये नए बजट में भी गरीब व पिछड़े वर्गों की भलाई के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। इसी तरह इस महत्वपूर्ण वर्ग के लिए चलने वाले बैकवर्ड रीजन ग्रांट फंड स्कीम को भी बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में जन कल्याणकारी स्कीमें सदैव लोगों के उत्थान में कारगर साबित हुई हैं लेकिन एक-एक करके इन योजनाओं को बंद करना काफी घातक निर्णय है।