जालंधर, (संजय शर्मा)-वंदे भारत एक्सप्रेस सिर्फ जालंधर ही नहीं ब्लकि पूरे दोआबा क्षेत्र के लोगों को फायदा पहुंचाएगी, जिन्हें इस हाई स्पीड ट्रेन में जालंधर-नई दिल्ली के बीच सफर करने का मौका मिलेगा। ये विचार लोकसभा सदस्य सुशील कुमार रिंकू ने शनिवार को जालंधर कैंट रेलवे स्टेशन पर इस ट्रेन की शुरूआत पर आयोजित समारोह के दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि एनआरआई और व्यापारी खास तौर पर इस कदम से लाभान्वित होंगे। सांसद सुशील कुमार रिंकू आज अपने परिवार व समर्थकों सहित इस ट्रेन से अमृतसर में सवार हुए और जालंधर कैंट तक सफर किया। रिंकू ने कहा कि जालंधर संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सदस्य होने के चलते ये उनकी जिम्मेदारी बनती थी कि वह जालंधर में इस ट्रेन के हॉल्ट के लिए प्रयास करें और उन्हें इस बात की खुशी है कि उनके प्रयास रंग लाए हैं और इस ट्रेन को जालंधर में हॉल्ट (स्टॉपेज) दिया गया है। जिक्रयोग है कि इस मुद्दे पर रिंकू ने कई बार केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की थी। उनके साथ उनकी पत्नी सुनीता रिंकू, सांसद संत बलवीर सिंह सींचेवाल, विधायक इंद्रजीत कौर मान, विधायक रमन अरोड़ा, विधायक शीतल अंगुराल, राजविंदर कौर थियारा, अमृतपाल सिंह, दिनेश ढल्ल, मंगल सिंह, राणा हरदीप, जीत लाल भट्टी, प्रिंसिपल प्रेम कुमार, सुरिंदर सोढ़ी, सटीफन कलेर, अश्वनी अग्रवाल,पिंदर सिंह पंडोरी, हरजिंदर लड्डा, कमलजीत भाटिया, लखबीर सिंह बाजवा,परवेश तांगड़ी, मेजर सिंह, मंजीत सिंह टीटू,सुभाष गोरीया समेत कई गणमान्यों ने पहले दिन ट्रेन में सफर किया।
इस ट्रेन के जालंधर स्टॉपेज को लेकर राजनीति करने वाले नेताओं खासकर भाजपाईयों पर कटाक्ष करते हुए रिंकू ने कहा कि अगर वे लोग पंजाब के इतने ही हमदर्द हैं तो पहले दिल्ली जाकर केंद्र सरकार द्वारा रोके गए पंजाब के फंड्स जारी करवाए। उन्होंने कहा कि केंद्र ने लगभग 8 हजार करोड़ रुपए के फंड्स पंजाब के अटका कर रखे हुए हैं, जिसमें ग्रामीण विकास फंड, हेल्थ मिशन समेत विभिन्न स्कीमों का पैसा शामिल है। ये पंजाब का हक है लेकिन केंद्र पंजाब को इस हक से वंचित कर रहा है। ट्रेन को जालंधर में रुकवाने का क्रेडिट लेने वाले नेता पहले केंद्र सरकार से पंजाब को ये पैसा दिलवाएं ताकि पंजाब के लोगों को विकास कार्यों का फायदा निर्बाध रूप से मिलता रहे।
केंद्र सरकार की तरफ से पंजाब की झांकी को गणतंत्र दिवस परेड के लिए मंजूरी नहीं देने पर नाराजगी जाहिर करते हुए रिंकू ने कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में पंजाब का योगदान अतुलनीय है, जिसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। पंजाबियों ने देश को आजाद करवाने के लिए बढ़-चढ़ कर कुर्बानियां दी हैं लेकिन केंद्र सरकार ने आज उसी पंजाब की झांकी को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल नहीं किया। पंजाब के साथ केंद्र के इस सौतेले व्यवहार से पूरा पंजाब अब परिचित हो चुका है। रिंकू ने कहा कि आप प्रमुख अरविंदर केजरीवाल संघर्ष से निकले हुए नेता हैं, जिन्हें ईडी का कोई डर नहीं। उनका पार्टी का एक-एक वर्कर केजरीवाल के साथ डटा हुआ है। पंजाब में 600 से ज्यादा आम आदमी क्लीनिक खोले जा चुके हैं। सेहत सुधार की दिशा में इतने बड़े कदम ने पूरे विश्व का ध्यान पंजाब की तरफ खींचा है। ये कोई छोटी बात नहीं है।