जालंधर, जिले में धान की पराली के उचित रखरखाव के लिए डिप्टी कमिश्नर श्री विशेष सारंगल के निर्देश पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से किसानों को 857 अलग-अलग मशीनें सब्सिडी पर मुहैया करवाई जाएंगी।
इस संबंध में जानकारी देते हुए अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (ग्रामीण विकास) वरिंदरपाल सिंह बाजवा ने बताया कि कृषि विभाग ने पोर्टल के माध्यम से सीआरएम योजना के तहत किसानों से ऑनलाइन आवेदन मांगे थे।
उन्होंने बताया कि निर्धारित तिथि तक व्यक्तिगत कृषक, किसान समूह, सहकारी समिति एवं पंचायत आदि श्रेणियों से कुल 1720 आवेदन प्राप्त हुए थे।उन्होंने कहा कि इन आवेदनों के निपटारे के लिए 791 विभिन्न मशीनें जैसे सुपर सीडर, मल्चर, पल्टावा प्लो, बेलर-रेक आदि मशीनें उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है।उन्होंने कहा कि इसके इलावा कृषि विभाग ने नई तकनीक वाली सरफेस सीडर मशीन अनुदान पर उपलब्ध कराने के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे थे।उन्होंने बताया कि कृषि विभाग द्वारा सरफेस सीडर मशीन सहित अब 857 मशीनों का चुनाव कंप्यूटर लॉटरी के माध्यम से किया गया है।मुख्य कृषि अधिकारी जसवंत राय ने कहा कि लाभार्थियों का चुनाव पोर्टल के माध्यम से किया गया है और उन लोगों को प्राथमिकता दी गई है जिनके पास कम मशीनें हैं या धान का रकबा अधिक है।उन्होंने बताया कि चुने लाभुकों को सैक्शन पत्र जारी कर दिए जाएगे तथा मशीन खरीदने के लिए 14 दिन का समय दिया जायेगा।इंजीनियर नवदीप सिंह ने कहा कि पराली के उचित प्रबंधन के लिए जिले में 71 बेलर रेक मशीनें उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिनके माध्यम से पराली की गांठें बनाकर बिजली उत्पादन प्लाटों, चीनी मिलों, पेलेट इकाइयों को दी जाएंगी।इस अवसर पर समिति सदस्य डा. संजीव कटारियन, डा.सुरजीत सिंह, एलडीएम मोहन सिंह, प्रगतिशील किसान हरजोत सिंह कंडीयाना, रमन कुमार, सुखविंदर सिंह और अन्य भी उपस्थित थे।