प्रभावित लोगों में 22 हजार पानी की बोतलें, 20 हजार भोजन और 8 हजार सूखे राशन के पैकेट बांटे- बलकार सिंह

जालंधर, राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल, लोकसभा सदस्य सुशील कुमार रिंकू और पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री बलकार सिंह ने आज सतलुज नदी के आसपास ताजा स्थिति का जायजा लिया और बाढ़ जैसी स्थिति में फंसे लोगों से बातचीत की।

अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशो पर संबंधित विभाग फिल्लौर, नकोदर और शाहकोट ब्लाकों में बाढ़ प्रभावित गांवों में उचित बचाव और राहत कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों को अधिक से अधिक राहत पहुंचाई जा रही है और संकट की इस घड़ी में बचाव और राहत दल लोगों की सेवा के लिए चौबीस घंटे काम कर रहे है।
अधिक जानकारी देते हुए, मंत्री और सांसदों ने कहा कि अब तक प्रभावित इलाकों में बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच 22,000 से अधिक पानी की बोतलें, 20,000 से अधिक भोजन के पैकेट और 8,000 से अधिक सूखे राशन के पैकेट बाढ़ में फंसे लोगों को बांटे गए है। इसी तरह, जिले में 14 मोटर वाली किश्तियां भी तैनात की गई है, जिनका इस्तेमाल लोगों को बचाने के लिए किया जा रहा है, उन्होंने कहा कि ये सभी नाव लोगों को राहत कैंपो तक पहुंचाने के लिए रोजाना लगभग 150 चक्कर लगा रही है।
मंत्री और सांसद सदस्यों ने कहा कि रेत से भरी लगभग 60,000 बोरियों का उपयोग विभिन्न स्थानों पर दरारों को भरने के लिए किया गया है और 600 से अधिक मजदूरों/स्वयंसेवकों ने इन दरारों को भरने के लिए 20,000 मानव-घंटे काम किया है। उन्होंने यह भी कहा कि बाढ़ में फंसे लोगों को साफ पानी उपलब्ध करवाने के लिए प्रभावित गांवों में लगभग 20 पानी के टैंक तैनात किए गए है, नागरिक प्रशासन के लगभग 500 कर्मचारियों को भी बाढ़-राहत ड्यूटी पर लगाया गया है।
इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में बोलते हुए, मंत्री ने कहा कि प्रभावित गांवों में आठ एम्बुलैंस के साथ 24 मैडीकल टीमें तैनात की गई है। उन्होंने कहा कि इन मैडीकल टीमों ने सैकड़ों लोगों की जांच की है और पानी से होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए फॉगिंग भी शुरू की गई है। इसी प्रकार, पशुपालन विभाग की टीमों ने एक हजार से अधिक पशुओं की मैडीकल जांच और टीकाकरण सुनिश्चित किया है।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन संकट की इस घड़ी में बाढ़ प्रभावित लोगों की सुविधा के लिए वचनबद्ध है और इस कार्य में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि पूरा प्रशासन प्रभावित गांवों में डेरा डाले हुए है और पूरे राहत एवं बचाव कार्य पर कड़ी नजर रख रहा है ताकि कोई भी व्यक्ति सरकारी सहायता के बिना न रह जाए। उन्होंने राहत और बचाव कार्यों में जालंधर प्रशासन के समर्थन और सहयोग के लिए गैर सरकारी संगठनों और औद्योगिक संगठनों को धन्यवाद दिया। उन्होंने आगे कहा कि इस स्थिति से लड़ना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है ताकि हम इस संकट पर जीत हासिल कर सकें।इस मौके पर रत्न सिंह काकड कलां भी मौजूद थे ।

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