NEW YORK : यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस और अमेरिका में टकराव के बीच रूस का एसयू-27 लड़ाकू विमान मंगलवार को एक अमेरिकी सैन्य टोही ड्रोन रीपर से टकरा गया। टकराने के बाद वह ड्रोन काला सागर में गिर गया। अमेरिकी सेना की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक रूसी जेट अमेरिकी ड्रोन से टकराया और उसे मार गिराया। जानकारी के मुताबिक ब्लैक सी के उपर मंगलवार को अमेरिकी ड्रोन और रूसी जेट आमने सामने आ गए जिसके बाद रूसी जेट अमेरिकी ड्रोन को नीचे गिराने के लिए उससे टकराया और ड्रोन के प्रोपेलर को क्षतिग्रस्त कर दिया। बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद दोनों देशों की सेना अलर्ट हो गई हैं। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक घटना से परिचित एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया, एक रूसी लड़ाकू जेट ने मंगलवार को अमेरिकी वायु सेना के MQ-9 रीपर ड्रोन के प्रोपेलर को नुकसान पहुंचाने के बाद काला सागर के ऊपर ड्रोन को मार गिराया।
अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक अमेरिकी रीपर ड्रोन और रूस के दो फाइटर जेट SU-27 ब्लैक सी के ऊपर अंतरराष्ट्रीय जल सीमा में घूम रहे थे तभी एक जेट जानबूझकर ड्रोन के सामने आ गया और तेल फेंकने लगा। अधिकारी ने बताया कि इसके बाद एक जेट ने रीपर ड्रोन के प्रोपेलर को क्षतिग्रस्त कर दिया, जो ड्रोन के पीछे लगा हुआ था। प्रोपेलर को नुकसान पहुंचते ही अमेरिकी सेना को मजबूरन रीपर को नीचे लाना पड़ा। बता दें ब्लैक सी की सीमाएं रूस और यूक्रेन से मिलती है। ऐसे में दोनों देशों के बीच जारी जंग से यहां भी तनाव बना हुआ है। युद्ध के दौरान रूसी और अमेरिकी एयरक्राफ्ट अमूमन यहां चक्कर लगाते नजर आते हैं, लेकिन इस तरह का मामला पहली बार सामने आया है। इस घटना पर अमेरिकी वायु सेना ने एक बयान जारी कर रूसी विमान पर “लापरवाही भरे तरीके से और अनप्रोफेशनल तरीके से काम करने का आरोप लगाया है।
रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को भी इस घटना की जानकारी दे दी गई है। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के संचार समन्वयक जॉन किर्बी के अनुसार, राष्ट्रपति जो बिडेन को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने मंगलवार सुबह इस घटना की जानकारी दी।