नई दिल्ली, दिल्ली में कार से 12 किलोमीटर तक घसीटी गई अंजलि की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने परिवार की उन आशंकाओं पर विराम लगा दिया है कि उनकी बेटी के साथ निर्भया जैसी क्रूरता हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि सदमे और खून बहने से अंजलि की मौत हो गई। अंजलि के सिर, रीढ़ की हड्डी, बाएं जांघ की हड्डी में चोट है। पुलिस के मुताबिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सेक्सुअल असॉल्ट (यौन हमले) का कोई संकेत नहीं मिला है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि अंजलि के शरीर पर जितने भी जख्म हैं वे सभी तेज झटका लगने और गाड़ी से घसीटे जाने के हैं। कोई भी ऐसा जख्म नहीं है जिससे यौन हमले का संकेत मिले। मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड ने पोस्टमॉर्टम करने के बाद जो रिपोर्ट दी है उसमें कहा गया है कि चोट लगने और अधिक खून बहने की वजह से अंजलि ने दम तोड़ दिया। सुल्तानपुर से कंझावला के बीच करीब 12 किलोमीटर तक सड़क पर घसीटे जाने से मारी गई अंजलि के परिजनों को आशंका था कि उनकी बेटी की रेप के बाद हत्या की गई। हालांकि, अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद परिवार की आशंका दूर हो गई है। परिवार ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर संतुष्टि जाहिर की है। अंजलि के मामा ने कहा कि परिवार को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर विश्वास है।
31 दिसंबर की रात को अंजलि की स्कूटी कार से टकरा गई और वह कार के नीचे फंस गई। उसे करीब 12 किलोमीटर तक घसीटा गया था और कंझावला में एक सड़क पर वह नग्न अवस्था में पाई गई। कार में सवार पांच लोगों पर सोमवार को गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस पर हालांकि मामले में ‘ढुलमुल जांच’ करने का भी आरोप लगा। पांचों आरोपियों को सोमवार को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। प्रथम दृष्टया यह आशंका जताई जा रही है कि घटना के समय आरोपी नशे में थे। घटना के समय आरोपी नशे में थे या नहीं, यह पता लगाने के लिए उनके खून के नमूने चिकित्सा जांच के लिए भेजे गए हैं और रिपोर्ट का इंतजार है।