जालंधर, (रोहित भगत )-मां बगलामुखी धाम नजदीक लम्मां पिंड चौंक होशियारपुर रोड़ पर स्थित गुलमोहर सिटी में धाम के संस्थापक एवं संचालक नवजीत भारद्वाज की अध्यक्षता में साप्ताहिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ करवाया गया। सबसे पहले ब्राह्मणों द्वारा आए हुए सभी मां भक्तों से नवग्रह, पंचोपचार, षोढषोपचार, गौरी, गणेश, कुंभ पूजन, मां बगलामुखी जी के निमित्त माला जाप कर पूजा अर्चना उपरांत हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाईं । इस यज्ञ में उपस्थित मां भक्तो को आहुतियां डलवाने के बाद नवजीत भारद्वाज ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मनुष्य को हमेशा भक्ति के मार्ग पर चल कर प्रभु का स्मरण रहना चाहिए क्योंकि प्रभु की भक्ति से मनुष्य को हमेशा शक्ति मिलती है। इसलिए मनुष्य को फल की चिंता किए बिना हमेशा अच्छे कर्म करते रहना चाहिए। भक्ति के मार्ग से कभी विमुख नहीं होना चाहिए। भक्ति ही प्राणी के उद्धार का मार्ग होता है। भगवान तो भक्तवत्सल होते हैं। प्रभु से भक्तों के दुख देखे नहीं जाते हैं। बस जैसे प्रभु को हृदय से स्मरण किए जाने की आवश्यकता होती है। नवजीत भारद्वाज ने कहा कि प्रभु के सुमिरन के बिना जीव दुखों में ही उलझ कर रह गया है कभी भी वह सुख एंव परम आनंद की प्राप्ति नहीं कर सकता क्योंकि प्रभु की भिक्त को प्राप्त किए बिना इंसान के समस्त कष्टों का निवारण संभव नहीं है उन्होंने बताया कि परमात्मा ने यह मानव जीवन अपने दर्शन एव भिक्त के लिए दिया है। यदि खान में कोयला न निकले तो उस खान की कोई कीमत नहीं। फूल में खुशबू न आए तो फूल का कोई गुण नहीं।
इस अवसर पर श्रीकंठ जज, श्वेता भारद्वाज, निर्मल शर्मा, गौरव कोहली, गुलशन शर्मा, जोगिंदर सिंह, अमरजीत सिंह, मधुकर कत्याल,मनीष शर्मा, राजेंद्र कत्याल, विक्रांत शर्मा, गोपाल मालपानी,राकी, ओमकार,राकेश प्रभाकर,इंद्रपाल छाबड़ा,सौरभ अरोड़ा, संजीव शर्मा, राकेश महाजन, समीर चोपड़ा,रवि कुमार, दिनेश कपूर, अमरेंद्र कुमार शर्मा,रीटा जोशी, पंकज उपाध्याय, मुनीश खन्ना, ओंकार,मानवी जोशी,परिक्षीत,गितेश,जगजीत सिंह, रोहित भाटीया, सुरेंद्र सिंह, परमार्थ गुप्ता,गुनीत,पवन जैसमीन,अिश्वनी शर्मा धूप वाले, ,रोहित बहल,बावा खन्ना, मोहित बहल, अशोक शर्मा, प्रिंस, ,राकेश, ठाकुर बलदेव सिंह,सुनील जग्गी सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।