NEW DELHI : कार की सवारी एक अप्रैल से जेब पर भारी पड़ने वाली है। पेट्रोल-डीजल, सीएनजी के बाद अब बढ़ी टोल दरें कार चालकों के महीने का बजट बिगाड़ेंगी। दिल्ली या गुरुग्राम से मानेसर आईएमटी और उससे आगे (हरियाणा-राजस्थान बॉर्डर तक) जाने के लिए एक कार सवार को महीने के 600 रुपये अतिरिक्त खर्च करने होंगे।
30 दिन के लिए 40 यात्राओं का मासिक पास इस्तेमाल करने वालों की जेब पर भी 110 रुपये का अतिरिक्त भार पड़ेगा। टोल रखरखाव कंपनियों की सिफारिश पर एनएचएआई ने टोल की बढ़ी दरें घोषित कर दीं। ये 31 मार्च रात 12 बजे के बाद से लागू होंगी। बढ़ी टोल दरों का सबसे अधिक असर दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर सफर करने वालों पर पड़ेगा। यहां खेड़की दौला टोल पर छोटे निजी वाहनों की दरों में सीधे 10 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। पहले कार, वैन, जीप के लिए एकतरफ यात्रा के 70 रुपये वसूले जा रहे थे, अब 80 रुपये वसूले जाएंगे। मासिक पास (30 दिन के लिए 40 यात्राओं के लिए) भी 765 रुपये की बजाय 875 में मिलेगा।
सबसे अधिक नुकसान बिना टैग के सफर करने वालों को होगा। उनसे सीधे दोगुनी वसूली की जाएगी। यानी 80 रुपये की जगह उनसे 160 रुपये एक तरफ का लिया जाएगा। खेड़की दौला टोल से हर रोज एक लाख वाहन गुजरने का अनुमान है। यातायात पुलिस के अनुसार खेड़की दौला और मानेसर के बीच ही हर रोज करीब 80 हजार वाहन गुजरते हैं।