जालंधर, (संजय शर्मा)-मां बगलामुखी धाम नजदीक लम्मां पिंड चौंक होशियारपुर रोड़ पर स्थित गुलमोहर सिटी में धाम के संस्थापक एवं संचालक नवजीत भारद्वाज की अध्यक्षता में साप्ताहिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ करवाया गया। सबसे पहले ब्राह्मणों द्वारा आए हुए सभी मां भक्तों से नवग्रह, पंचोपचार, षोढषोपचार, गौरी, गणेश, कुंभ पूजन, मां बगलामुखी जी के निमित्त माला जाप कर पूजा अर्चना उपरांत हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाईं । इस यज्ञ में उपस्थित मां भक्तो को आहुतिया डलवाने के बाद नवजीत भारद्वाज ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि वैसे तो मां की भक्ति के लिए हर एक दिन शुभ होता है परंतु मां पितांबरा मां बगलामुखी जी के निमित्त किए गए हवन यज्ञ से जीवन के हर क्षेत्र में नई ऊर्जा प्रदान करता है तथा अपने भक्तों के परिवारों पर भी मंगलो की वर्षा करता है । उन्होने कहा कि हवन यज्ञ से प्रकृति जागृत होती है अच्छे कार्य करने से अच्छा फल मिलता है। हवन यज्ञ में मंत्रोच्चारण करना एवं सुनना साधना का प्रतीक है इससे वातावरण के साथ साथ आत्मा की शुद्धि होती है। यह नकारात्मक भावों को दूर करता है। इन वचनों से आए हुए सभी मां भक्तों से बात साझां करते हुए नवजीत ने बताया कि जालंधर में सभी मां भक्तों की अथाह सेवा से उभरा यह आस्था स्थल मां बगलामुखी धाम में आने वाले सभी भक्तजनों के मन की मुराद पूरी करता है । इसलिए मां भक्तों का मां बगलामुखी धाम आकर पूजन पूजा अर्चना आराधना करना अपनी दिनचर्या का अंग बना चुका है । अपनी बात को विस्तार देते हुए नवजीत भारद्वाज ने बताया कि धार्मिकता मनुष्य को संसारिक बुराइयों से दूर रखती है। जिससे उसके परिवार जन भी जीवन के हर क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करते हैं ।
इस अवसर पर श्रीकंठ जज, श्वेता भारद्वाज, निर्मल शर्मा, गौरव कोहली, जोगिंदर सिंह,मनीष शर्मा, राजेंद्र कत्याल, विक्रांत शर्मा, इंद्रपाल छाबड़ा, संजीव शर्मा, राकेश,रवि कुमार, दिनेश कपूर, अमरेंद्र कुमार शर्मा,रीटा जोशी, पंकज उपाध्याय, मुनीश खन्ना, ओंकार,मानवी जोशी,परिक्षीत,गितेश, लक्ष्य,सौरभ अरोड़ा, जगजीत सिंह, रोहित भाटीया, सुरेंद्र सिंह, परमार्थ गुप्ता,गुनीत,पवन जैसमीन,अश्विनी शर्मा धूप वाले, ,रोहित बहल,बावा खन्ना, मोहित बहल, सोनू छाबड़ा, अशोक शर्मा, प्रिंस, ,राकेश, ठाकुर बलदेव सिंह,सुनील जग्गी सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।