जब कोई भी किसान खुदकुशी करता है तो मुझे बहुत दुख होता है : केजरीवाल

टिकरी सीमा पर शहीद हुई किसान महिलाओं को दी श्रद्धांजलि
CHANDIGARH : आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय कन्वीनर एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसानों और मजदूरों से अपील की है कि बरसात, तूफान और ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसलों के कारण निराशा में खुदकुशी जैसा कोई भी गलत कदम नहीं उठाया जाए। उन्होंने भरोसा दिया कि यदि मौजूदा चन्नी सरकार लागत खर्च के अनुसार उचित मुआवजा देने में असफल रहती है तो आम आदमी पार्टी की सरकार किसानों और खेत मजदूरों को 30 अप्रैल 2022 तक बनता उचित मुआवजा देगी। अरविंद केजरीवाल वीरवार को मानसा में किसानों के साथ ‘केजरीवाल की बातचीत’ कार्यक्रम में किसानों के रू-ब-रू हुए। इस मौके पर उनके साथ मंच पर सांसद एवं ‘आप’ पंजाब के अध्यक्ष भगवंत मान, पंजाब मामलों के इंचार्ज जरनैल सिंह, सह-प्रभारी राघव चड्ढा, नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा, किसान विंग पंजाब के अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां उपस्थित थे। मंच का संचालन प्रो. बलजिंदर कौर ने किया।
कार्यक्रम की शुरूआत टिकरी बॉर्डर पर हुए हादसे में शहीद हुए गांव खीवा दियालुवाला (मानसा) की तीन किसान महिलाओं को 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि भेंट करने से की गई। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 1 अप्रैल 2022 के बाद पंजाब के किसान, खेत मजदूर फसलों के खराब होने के कारण खुदकुशी के लिए मजबूर नहीं होंगे। यह मेरा (केजरीवाल का) वादा है और केजरीवाल जो कहता है वह करके दिखाता है। 30 अप्रैल 2022 तक हर प्रभावित किसान और मजदूर के बैंक खाते में फसलों के नुकसान का मुआवजा पहुंच जाएगा। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब कोई भी किसान खुदकुशी करता है तो मुझे बहुत दुख होता है। आजादी के 70 साल बाद भी किसान खुदकुशी के लिए मजबूर है लेकिन अन्य पार्टियों के नेताओं को कोई दुख नहीं होता।
उन्होंने बताया कि जब दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी तो उस दौरान वहां किसानों की फसल खराब हुई थी। ‘आप’ की सरकार ने किसानों की लागत 18 हजार से अधिक 20 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया था। पंजाब में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने किसानों के साथ खेतों में जाकर फोटो जरूर खिंचवा ली और बसों पर भी लगवा दी। लेकिन किसानों को न गुलाबी सूंडी और न ही बरसात से खराब हुई फसलों का कोई मुआवजा मिला है। केजरीवाल ने कहा कि नकल करना आसान है लेकिन अमल करना बहुत मुश्किल है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पंजाब के किसानों को कहा कि आप’ की सरकार बनने के तुरंत बाद 30 अप्रैल तक सभी प्रभावित किसानों के बैंक खातों में मुआवजा राशि पहुंच जाएगी। केवल किसान ही नहीं खेत मजदूरों को भी उचित मुआवजा दिया जाएगा। मुआवजा कितना होगा, इसके लिए किसानों के साथ पहले बातचीत की जाएगी और लागत-खर्च के आधार पर ही मुआवजा राशि तय की जाएगी।
केजरीवाल ने कहा नकली दूध, पशु बीमा और पराली की समस्या का समाधान किया जाएगा। पराली से बिजली, गत्ता और कृषि आधारित उद्योग और डीएपी खाद के कारखाने लगाए जाएंगे। जिससे पंजाब के नौजवानों को रोजगार भी मिलेगा।
इस मौके पर संबोधित करते हुए भगवंत मान ने कहा कि ‘किसानों के साथ केजरीवाल की बातचीत’ कार्यक्रम न कोई सियासी रैली है और न ही कोई शक्ति प्रदर्शन है। मान ने बताया कि है कार्यक्रम किसान, खेत-मजदूरों और खेतीबाड़ी को दरपेश संकट व समस्याओं और उनके समाधान के लिए सुझाव जुटाने का गंभीर प्रयास है। इसके आधार पर पार्टी अपना चुनावी मैनिफेस्टो तैयार करेगी।

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